सोमवार, 6 मई 2013

"कांग्रेस नहीं चाहती कि आरक्षण मिले"

"कांग्रेस नहीं चाहती कि आरक्षण मिले"

बौंली/सवाईमाधोपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा है कि 36 की 36 कौमों के कल्याण के लिए उन्होंने आरक्षण विधेयक 2008 पास करवाया था,जिससे गुर्जर सहित विशेष पिछड़ा वर्ग को 5 तथा आर्थिक रूप से पिछड़ों को 14 प्रतिशत आरक्षण मिलता। लेकिन इस सरकार ने इस बिल को केन्द्र में अपनी सरकार होने के बावजूद 9वीं अनुसूचि में नहीं डलवाया। क्योंकि सरकार इन जातियों को आरक्षण देना ही नहीं चाहती।


राजे सोमवार को सवाईमाधोपुर के बौंली कस्बे में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि अब चुनाव आ गये हैं ये लोग हमें फिर से लड़वाने आ जाएंगे। आपको ही समझने की जरूरत है कि कपट कौन कर रहा है और जो कपटी है उसे हटाओ।


ये सरकार खुद तो कोई काम करना नहीं चाहती और ऎसे ही वापस सत्ता हासिल करना चाहती है। हमें फंसाने के लिए सीबीआई के हाथ जोड़ रही है,बस कैसे भी फंसा दो। जनता का पैसा भी जनता के पास नहीं पहुंच रहा। हर तरफ लूट मची हुई है। देश के दामाद रोबर्ट वाड्रा के आगे राजस्थान को बिछा दिया गया है। एक ही परिवार को रोजगार भी मिल रहा है,उनका पेट भी पल रहा है और बाकी जनता परेशान है।


राजे ने कहा कि राजस्थान में किसानों को नकली बीज दिये जा रहे है। डीएपी खाद मांगते हैं तो यूरिया दिया जा रहा है। यूरिया मांगते हैं तो डीएपी दे देते हैं। इससे आज हमारे प्रदेश का किसान आत्म हत्या की कगार पर खड़ा हो गया है।

केन्द्रीय मंत्री के यहां हाल खराब तो दूसरों की सुध कौन ले

राजे ने कहा कि यह क्षेत्र तो केन्द्रीय मंत्री का है। यहां किसानों को तीन घण्टे बिजली मिल रही है। तीन चार दिन में एक बार पानी आता है वो भी सिर्फ 15 मिनट के लिए। एक दो किलोमीटर पैदल चलकर पीने का पानी लाना पड़ता है। जब एक केन्द्रीय मंत्री के क्षेत्र की यह स्थिति है तो दूसरे क्षेत्रों की स्थिति कैसी होगी,ये आप अंदाजा लगा सकते हैं।

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