सोमवार, 8 अप्रैल 2013

WIKILEAKS : 'स्‍वीडिश कंपनी के एजेंट थे राजीव गांधी'



नई दिल्‍ली. खोजी वेबसाइट विकिलीक्‍स ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के बारे में सनसनीखेज खुलासे किए हैं। वेबसाइट का दावा है कि राजीव गांधी स्‍वीडन की एक कंपनी के लिए एजेंट का काम करते थे। विकिलीक्‍स का यह खुलासा अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में प्रकाशित हुआ है।
WIKILEAKS : 'स्‍वीडिश कंपनी के एजेंट थे राजीव गांधी'
विकिलीक्‍स के मुताबिक राजीव गांधी पीएम बनने से पहले इंडियन एयरलाइंस में पायलट के तौर पर काम करने के दौरान स्‍वीडन की कंपनी साब स्‍कानिया के साथ भी बतौर उद्यमी जुड़े हुए थे। विकिलीक्‍स इस ओर इशारा करता है कि स्‍वीडिश कंपनी को तत्‍कालीन पीएम इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी के रसूख के बारे में पता था। यह कंपनी 70 के दशक में भारत को लड़ाकू विमान बेचना चाहती थी हालांकि यह सौदा नहीं हो सका था।

विकिलीक्‍स ने 1974 से 1976 के बीच कई केबल (गुप्‍त संदेशों) के बारे में खुलासा किया है। इन्‍हीं केबल में से 21 अक्‍टूबर 1975 का एक केबल है जिसमें राजीव गांधी को स्‍वीडिश कंपनी का एजेंट बताया गया है।

विकिलीक्‍स ने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के बारे में भी एक खुलासा किया है कि उन्‍होंने आपातकाल के दौरान अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और फ्रांस की सरकार से आर्थिक मदद मांगी थी। समाजवादी पृष्‍ठभूमि वाले जॉर्ज को मजदूरों का बड़ा नेता माना जाता है जो पूंजीवाद और साम्राज्‍यवाद के खिलाफ रहे थे।  विकिलीक्‍स के मुताबिक स्‍वीडिश कंपनी अपने विगेन लड़ाकू विमान को भारत में बेचने की कोशिश कर रही थी। लेकिन इस रेस में ब्रिटिश कंपनी SEPECAT जगुआर ने बाजी मार ली। साब ने अमेरिका के दबाव में अपने कदम पीछे खींच लिए थे। 

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