मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

पूज्य श्री तन सिंह जी विधानसभा में ऑफ द रिकॉर्ड:जमीन खिसक रही है, हवा नहीं


 








ऑफ द रिकॉर्ड:जमीन खिसक रही है, हवा नहीं






पूज्य श्री तन सिंह जी विधानसभा में 
दूसरी राजस्थान विधानसभा में तनसिंह (बाड़मेर) के भाषण पर उपाध्यक्ष निरंजन आचार्य की चुटकियां सदन को हंसाए बगैर नहीं रहती थीं। टिनेन्सी विधेयक पर चल रही बहस के दौरान जब तनसिंह ने कहा- हम कल्पना नहीं कर सकते कि हमारी आजादी हमको किस प्रकार भूखों मरना सिखा देगी। यदि यही आजादी का मतलब है तो जैसा कि मेरे एक माननीय सदस्य कह रहे हैं कि हवा खिसक रही है उन लोगों का जो शोषण करते आ रहे हैं. उपाध्यक्ष ने तुरंत टिप्पणी की कि ‘जमीन खिसक रही है हवा नहीं कहा’ पूरा सदन हंस पड़ा।


इसी दौरान एक बार तनसिंह ने जब कहा- आप चाहते हो कि जागीरदार और राजा खत्म हो जाएंगे 30 एकड़ जमीन सीलिंग करने पर तो शायद आप यह समझते हैं कि कान कटा तो हमारा सिर काटेंगे यह कोई समाजवादी . उनका कथन पूरा ही नहीं हुआ था कि उपाध्यक्ष आचार्य न फिर चुटकी ली- आप तर्क काटते तो ज्यादा अच्छा रहता बजाय सिर के और कान के। बस फिर क्या था, पूरा सदन ठहाका मार उठा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें