जिला कलक्टर ने लगाई अधिकारियों को फटकार
पानी-बिजली के प्रबन्धों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
जैसलमेर, 24 अप्रेल/जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बिजली एवं पानी से संबंधित समस्याओं के निराकरण में ढिलाई के लिए दोनों विभागों के अधिकारियों को फटकार लगाई है और सख्त हिदायत दी है कि विभागीय कामकाज में सुधार लाएं और बिजली-पानी की समस्याओं को तत्काल प्रभाव से हल करें। इसके साथ ही विभागीय योजनाओं में समय पर कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा योजनाओं का लाभ जनता को समय पर पहुंचाने के प्रति गंभीर रहने को कहा गया है।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बुधवार को जिले में पानी-बिजली, लोक स्वास्थ्य और सम सामयिक हालातों पर केन्दि्रत साप्ताहिक समीक्षा बैठक में इन दोनों महकमों के अधिकारियोें की खिंचाई की और कहा कि जनता को पानी एवं बिजली की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए तथा बार-बार सामने आने वाले व्यवधान और समस्याओं पर जल्द से जल्द लगाम कसी जाए ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
अधिकारी गंभीरता बरतें
जिला कलक्टर ने बिजली-पानी से संबंधित विभागों की समस्याओं को गंभीर बताया और कहा कि इन दोनों महकमों को गर्मी के दौरान विशेष सतर्क एवं गंभीर रहने की आवश्यकता है। इसके लिए पूरे विभाग में हर स्तर पर अधिकारियों एवं कार्मिकों को सक्रिय एवं जनसमस्याओं के निराकरण के प्रति संवेदनशील बनाए जाने की जरूरत है।
उपखण्डस्तरीय बैठकों को प्रभावी बनाएं
उन्होेंने पानी-बिजली एवं लोक स्वास्थ्य विषयों पर उपखण्डस्तरीय साप्ताहिक बैठकों में भी सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की भागीदारी पर जोर दिया।
जिला कलक्टर ने जिला मुख्यालय की साप्ताहिक समीक्षा बैठक के प्रति गंभीर रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए तथा आज की बैठक में अनुपस्थित रहे अधिकारियों को नोटिस जारी करने को कहा।
जिला कलक्टर ने जीएडी कॉलोनी की पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने, रूपसी में पाईप लाईन का कार्य एक सप्ताह में शुरू कर देने अथवा कार्य में देरी कर रहे ठेकेदार को राज्य स्तर पर ब्लेक लिस्टेड कराने की कार्यवाही करने, पेयजल के लिए प्रयुक्त होने वाले नहरी पानी का दुरुपयोग रोकने, गड़ीसर तालाब को हर हाल में 30 अप्रेल तक पानी से भरने, पात्र लोगों को बिजली कनेक्शन दिए जाने आदि के निर्देश दिए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि पेयजल के ज्यादा से ज्यादा नमूने लेकर जांच कराए।
यों खुल गई पोल
बैठक में जिला कलक्टर ने बिजली से संबंधित समस्याओं के पर चर्चा करते हुए कहा कि इसका कंट्रोल रूम संचालन लापरवाहियों से घिरा हुआ है। बिजली समस्या के बारे में फोन करने पर या तो उठाया नहीं जाता अथवा फोन का चोगा उठाकर रख दिया जाता है।
इस पर बिजली अधिकारियों ने यह तर्क दिया कि नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे बेहतर ढंग से काम कर रहा है। इस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने पास ही बैठे अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका से फोन लगाने को कहा। इस पर दोपहर 12.45 बजे फोन किया गया लेकिन 252311 पर घण्टी बजती रही लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। स्पीकर ऑन किए हुए मोबाइल से बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों ने नो रिप्लाई की स्थिति सुनी।
निलंबित करें कार्मिक को
इस पर जिला कलक्टर ने संबंधित कार्मिक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। बिजली अधिकारियों ने बैठक से ही तत्काल किसी अभियंता को फोन किया और इसके बाद जिला कलक्टर को तर्क दे डाला कि फोन ही खराब हो रहा है।
इस पर जिला कलक्टर ने कह दिया कि कंट्रोल रूम का यदि फोन भी खराब हो गया है तो ठीक कराने की जिम्मेदारी से निगम क्यों बच रहा है। यह भी अपने आप में लापरवाही ही है। जिला कलक्टर ने सख्त हिदायत दी कि कंट्रोल रूम का संचालन ठीक ढंग से किया जाए। इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शहर को दें पूरा पानी
जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि जैसलमेर शहर में सभी क्षेत्रों में पूरा पानी पर्याप्त प्रेशर के साथ दिया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि अब पानी की कोई कमी नहीं है तथा नहरी पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है लेकिन विभाग की ढिलाई और लापरवाही के कारण शहरवासियों को पर्याप्त पानी से वंचित किया जा रहा है, जो अच्छी बात नहीं है।
अधिशासी अभियंता के खिलाफ हो कार्यवाही
जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के फिल्टर प्लांट के पिछले चार माह से बंद पड़ा है और शहर के लोगों को गंदा नहरी पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है। जिला कलक्टर ने कहा कि स्वीकृति मिले काफी समय हो जाने के बाद अब विभाग के अधिकारी फिर टैण्डर लगाने की बात कह रहे हैं और यह बात भी 10मार्च की है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में देरी के लिए संबंधित अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं दे सकते तो जलदाय विभाग की जरूरत ही क्या है। उन्होंने कहा कि विभाग को चाहिए कि ढंग से काम करें, समय पर काम पूर्ण करे तथा शहरवासियों के धैर्य की परीक्षा न ले। जिला कलक्टर ने सख्त निर्देश दिए कि शहर में सभी भागों में रोजाना एक बार पर्याप्त मात्रा में पेयजल वितरण किया जाए।
शुचि त्यागी ने जलदाय अधिकारियों को बताया कि इन दिनों जिले के गांवों और ढाणियों में पेयजल संकट की जानकारी सामने आ रही है। इस स्थिति में तत्काल समस्या समाधान के प्रयास किए जाकर जिला प्रशासन को सूचित किया जाए। जहां बहुत जरूरी हो वहां टैंकरों से जल परिवहन किया जाए।
पोकरण में बिजली लाईनें ठीक करेंं
पोकरण में बस्तियों के ऊपर से गुुुुुुुजर रही बिजली लाइनों से बचाव के लिए बिजली अधिकारियों को जल्द कार्यवाही करने को कहा गया। बिजली अधिकारियों ने तर्क दिया कि आधा खर्च बिजली कंपनी और आधा खर्च उपभोक्ता वहन करे तो बिजली लाईनों को ठीक किया जा सकता है। बिजली अधिकारियों ने कहा कि बिजली लाईनों के नीचे मकान बनान अपराध है और इसके लिए सख्त नियम बने हुए हैं जिनमें सजा का प्रावधान भी है। उन्होंंने शहर और गांवों में बिजली व्यवस्था में आ रहे व्यवधान पर चिंता व्यक्त की और तत्काल सुचारू बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने विभिन्न समस्याओं पर विभागीय कार्यवाही के लिए अधिकारियों को बिन्दुवार निर्देश दिए। बैठक मेंं संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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जैसलमेर, 24 अप्रेल/जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बिजली एवं पानी से संबंधित समस्याओं के निराकरण में ढिलाई के लिए दोनों विभागों के अधिकारियों को फटकार लगाई है और सख्त हिदायत दी है कि विभागीय कामकाज में सुधार लाएं और बिजली-पानी की समस्याओं को तत्काल प्रभाव से हल करें। इसके साथ ही विभागीय योजनाओं में समय पर कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा योजनाओं का लाभ जनता को समय पर पहुंचाने के प्रति गंभीर रहने को कहा गया है।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बुधवार को जिले में पानी-बिजली, लोक स्वास्थ्य और सम सामयिक हालातों पर केन्दि्रत साप्ताहिक समीक्षा बैठक में इन दोनों महकमों के अधिकारियोें की खिंचाई की और कहा कि जनता को पानी एवं बिजली की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए तथा बार-बार सामने आने वाले व्यवधान और समस्याओं पर जल्द से जल्द लगाम कसी जाए ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
अधिकारी गंभीरता बरतें
जिला कलक्टर ने बिजली-पानी से संबंधित विभागों की समस्याओं को गंभीर बताया और कहा कि इन दोनों महकमों को गर्मी के दौरान विशेष सतर्क एवं गंभीर रहने की आवश्यकता है। इसके लिए पूरे विभाग में हर स्तर पर अधिकारियों एवं कार्मिकों को सक्रिय एवं जनसमस्याओं के निराकरण के प्रति संवेदनशील बनाए जाने की जरूरत है।
उपखण्डस्तरीय बैठकों को प्रभावी बनाएं
उन्होेंने पानी-बिजली एवं लोक स्वास्थ्य विषयों पर उपखण्डस्तरीय साप्ताहिक बैठकों में भी सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की भागीदारी पर जोर दिया।
जिला कलक्टर ने जिला मुख्यालय की साप्ताहिक समीक्षा बैठक के प्रति गंभीर रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए तथा आज की बैठक में अनुपस्थित रहे अधिकारियों को नोटिस जारी करने को कहा।
जिला कलक्टर ने जीएडी कॉलोनी की पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने, रूपसी में पाईप लाईन का कार्य एक सप्ताह में शुरू कर देने अथवा कार्य में देरी कर रहे ठेकेदार को राज्य स्तर पर ब्लेक लिस्टेड कराने की कार्यवाही करने, पेयजल के लिए प्रयुक्त होने वाले नहरी पानी का दुरुपयोग रोकने, गड़ीसर तालाब को हर हाल में 30 अप्रेल तक पानी से भरने, पात्र लोगों को बिजली कनेक्शन दिए जाने आदि के निर्देश दिए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि पेयजल के ज्यादा से ज्यादा नमूने लेकर जांच कराए।
यों खुल गई पोल
बैठक में जिला कलक्टर ने बिजली से संबंधित समस्याओं के पर चर्चा करते हुए कहा कि इसका कंट्रोल रूम संचालन लापरवाहियों से घिरा हुआ है। बिजली समस्या के बारे में फोन करने पर या तो उठाया नहीं जाता अथवा फोन का चोगा उठाकर रख दिया जाता है।
इस पर बिजली अधिकारियों ने यह तर्क दिया कि नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे बेहतर ढंग से काम कर रहा है। इस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने पास ही बैठे अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका से फोन लगाने को कहा। इस पर दोपहर 12.45 बजे फोन किया गया लेकिन 252311 पर घण्टी बजती रही लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। स्पीकर ऑन किए हुए मोबाइल से बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों ने नो रिप्लाई की स्थिति सुनी।
निलंबित करें कार्मिक को
इस पर जिला कलक्टर ने संबंधित कार्मिक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। बिजली अधिकारियों ने बैठक से ही तत्काल किसी अभियंता को फोन किया और इसके बाद जिला कलक्टर को तर्क दे डाला कि फोन ही खराब हो रहा है।
इस पर जिला कलक्टर ने कह दिया कि कंट्रोल रूम का यदि फोन भी खराब हो गया है तो ठीक कराने की जिम्मेदारी से निगम क्यों बच रहा है। यह भी अपने आप में लापरवाही ही है। जिला कलक्टर ने सख्त हिदायत दी कि कंट्रोल रूम का संचालन ठीक ढंग से किया जाए। इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शहर को दें पूरा पानी
जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि जैसलमेर शहर में सभी क्षेत्रों में पूरा पानी पर्याप्त प्रेशर के साथ दिया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि अब पानी की कोई कमी नहीं है तथा नहरी पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है लेकिन विभाग की ढिलाई और लापरवाही के कारण शहरवासियों को पर्याप्त पानी से वंचित किया जा रहा है, जो अच्छी बात नहीं है।
अधिशासी अभियंता के खिलाफ हो कार्यवाही
जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के फिल्टर प्लांट के पिछले चार माह से बंद पड़ा है और शहर के लोगों को गंदा नहरी पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है। जिला कलक्टर ने कहा कि स्वीकृति मिले काफी समय हो जाने के बाद अब विभाग के अधिकारी फिर टैण्डर लगाने की बात कह रहे हैं और यह बात भी 10मार्च की है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में देरी के लिए संबंधित अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं दे सकते तो जलदाय विभाग की जरूरत ही क्या है। उन्होंने कहा कि विभाग को चाहिए कि ढंग से काम करें, समय पर काम पूर्ण करे तथा शहरवासियों के धैर्य की परीक्षा न ले। जिला कलक्टर ने सख्त निर्देश दिए कि शहर में सभी भागों में रोजाना एक बार पर्याप्त मात्रा में पेयजल वितरण किया जाए।
शुचि त्यागी ने जलदाय अधिकारियों को बताया कि इन दिनों जिले के गांवों और ढाणियों में पेयजल संकट की जानकारी सामने आ रही है। इस स्थिति में तत्काल समस्या समाधान के प्रयास किए जाकर जिला प्रशासन को सूचित किया जाए। जहां बहुत जरूरी हो वहां टैंकरों से जल परिवहन किया जाए।
पोकरण में बिजली लाईनें ठीक करेंं
पोकरण में बस्तियों के ऊपर से गुुुुुुुजर रही बिजली लाइनों से बचाव के लिए बिजली अधिकारियों को जल्द कार्यवाही करने को कहा गया। बिजली अधिकारियों ने तर्क दिया कि आधा खर्च बिजली कंपनी और आधा खर्च उपभोक्ता वहन करे तो बिजली लाईनों को ठीक किया जा सकता है। बिजली अधिकारियों ने कहा कि बिजली लाईनों के नीचे मकान बनान अपराध है और इसके लिए सख्त नियम बने हुए हैं जिनमें सजा का प्रावधान भी है। उन्होंंने शहर और गांवों में बिजली व्यवस्था में आ रहे व्यवधान पर चिंता व्यक्त की और तत्काल सुचारू बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने विभिन्न समस्याओं पर विभागीय कार्यवाही के लिए अधिकारियों को बिन्दुवार निर्देश दिए। बैठक मेंं संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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