किसान आज उतरेंगे सड़कों पर
गुड़ामालानी
भारतीय किसान संघ के बैनर तले 11वें दिन भी सरकार की अनदेखी के कारण किसान दो सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे। धरने के जिला प्रभारी अचलाराम जाणी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती तब तक धरना अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण तरीके के आंदोलन से मांगें मान लें अन्यथा सरकार को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। संघ के जिलाध्यक्ष खंगाराराम चौधरी ने कहा कि मौसम आधारित बीमा सरकार हटा दें एवं किसानों की मांगों पर तत्काल विचार नहीं करती है तो किसान अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे। तहसील प्रचार प्रमुख कुंभाराम प्रजापत ने बताया कि शनिवार को संघ के बैनर तले सरकार की अनदेखी के कारण किसान एकजुट होकर रैली निकालेंगे। रैली मुख्य सर्किल से रवाना होकर बाजार होते हुए वापस धरना स्थल पर पहुंचेगी। इस दौरान किसान अपनी दो सूत्री मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को सौंपेंगे। धरने पर उपाध्यक्ष आईदान राम सारण, जिला कोषाध्यक्ष लच्छाराम, खेमाराम, मांगाराम देवासी, नारणाराम सहित कई किसान बैठे। धरने पर एक दर्जन से अधिक किसान अनशन पर रहे।
फसल बीमा को लेकर किसानों का धरना जारी
सिणधरीत्न मौसम आधारित फसल बीमा समाप्त करने और नर्मदा का नहरी क्षेत्र विस्तार की मुख्य मांग को लेकर अड़े किसानों का धरना 11वें दिन भी जारी रहा। तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों धरना स्थल पर मौजूद थे। इस दौरान भाकिसं के जिला उपाध्यक्ष कानाराम सांई ने किसानों को मौसम आधारित फसल बीमा के जटिल प्रावधानों की जानकारी देते हुए इसे किसानों के साथ धोखा करार दिया। वहीं तहसील उपाध्यक्ष डूंगराराम सांई ने सरकार व प्रशासन को जगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को दिन-प्रतिदिन धरना स्थल पर उपस्थित होने का आह्वान किया। धरना स्थल पर उपस्थित किसानों को मंगलसिंह सिवाना सहित अन्य किसान वर्ग के सदस्यों ने संबोधित किया। इस बीच जोधाराम भील, हरदाराम कलबी, तुलसाराम लोलावा, जुगताराम लूणाकला आदि क्रमिक धरने पर रहे। किसानों ने तहसीलदार अशोक कुमार पटेल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर अपनी मांगों को दोहराया तथा मांगे नहीं मानने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रखने और आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
गुड़ामालानी
भारतीय किसान संघ के बैनर तले 11वें दिन भी सरकार की अनदेखी के कारण किसान दो सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे। धरने के जिला प्रभारी अचलाराम जाणी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती तब तक धरना अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण तरीके के आंदोलन से मांगें मान लें अन्यथा सरकार को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। संघ के जिलाध्यक्ष खंगाराराम चौधरी ने कहा कि मौसम आधारित बीमा सरकार हटा दें एवं किसानों की मांगों पर तत्काल विचार नहीं करती है तो किसान अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे। तहसील प्रचार प्रमुख कुंभाराम प्रजापत ने बताया कि शनिवार को संघ के बैनर तले सरकार की अनदेखी के कारण किसान एकजुट होकर रैली निकालेंगे। रैली मुख्य सर्किल से रवाना होकर बाजार होते हुए वापस धरना स्थल पर पहुंचेगी। इस दौरान किसान अपनी दो सूत्री मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को सौंपेंगे। धरने पर उपाध्यक्ष आईदान राम सारण, जिला कोषाध्यक्ष लच्छाराम, खेमाराम, मांगाराम देवासी, नारणाराम सहित कई किसान बैठे। धरने पर एक दर्जन से अधिक किसान अनशन पर रहे।
फसल बीमा को लेकर किसानों का धरना जारी
सिणधरीत्न मौसम आधारित फसल बीमा समाप्त करने और नर्मदा का नहरी क्षेत्र विस्तार की मुख्य मांग को लेकर अड़े किसानों का धरना 11वें दिन भी जारी रहा। तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों धरना स्थल पर मौजूद थे। इस दौरान भाकिसं के जिला उपाध्यक्ष कानाराम सांई ने किसानों को मौसम आधारित फसल बीमा के जटिल प्रावधानों की जानकारी देते हुए इसे किसानों के साथ धोखा करार दिया। वहीं तहसील उपाध्यक्ष डूंगराराम सांई ने सरकार व प्रशासन को जगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को दिन-प्रतिदिन धरना स्थल पर उपस्थित होने का आह्वान किया। धरना स्थल पर उपस्थित किसानों को मंगलसिंह सिवाना सहित अन्य किसान वर्ग के सदस्यों ने संबोधित किया। इस बीच जोधाराम भील, हरदाराम कलबी, तुलसाराम लोलावा, जुगताराम लूणाकला आदि क्रमिक धरने पर रहे। किसानों ने तहसीलदार अशोक कुमार पटेल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर अपनी मांगों को दोहराया तथा मांगे नहीं मानने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रखने और आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
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