शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

हमीरा मे बही लोक संगीत की सरिता

हमीरा मे बही लोक संगीत की सरिता

जैसलमेर। जैसलमेर से 25 किलोमीटर दूर हमीरा गांव गुरूवार को राजस्थानी संगीत की सरिताओ का त्रिवेणी संगम बना। यहां संगीत के मर्मज्ञ कलाकारों ने लोकसंगीत की स्वरलहरियां बिखेरकर फिजां में लोकसंगीत की मिठास बिखेर दी, वहीं खड़ताल, कमायचा, सारंगी सरीखे वाद्ययंत्रो ने वातावरण मे अपनी मिठास घोलकर अनूठा माहौल तैयार किया। मांगणियार लोकसंगीत संस्थान, हमीरा व विरासत फाउंडेशन जयपुर के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित मांगणियार लोक संगीत उत्सव मे इस बार अनवर खां को कोमल कोठारी सम्मान-2013 से नवाजा गया। उन्हे स्मृति चिन्ह व 21 हजार रूपए का चेक दिया गया।

कोमल दा ने दिलाई कला को ख्याति
जब कलाकारो ने लोक संगीत की धुने बिखेरी तो उपस्थित जन समूह भी सुर से सुर मिलाने से खुद को नहीं रोक पाए, वहीं दूसरी ओर "कोमल दा" को याद कर कई आंखे भी नम थी। वक्ताओ ने कहा कि कोमल दा ने लोक संगीत की गहराइयो मे जाकर ही संगीत की बारीकियां जानीं थी। उन्होने कलाकारो की कला के उत्थान व ख्याति दिलाने के लिए किए जा रहे प्रयासो की जानकारी दी।

कार्यक्रम मे मौजूद विरासत फाउंडेशन के ट्रस्टी जोनसिंह, विनोद जोशी, दिव्या भाटिया ने कहा कि कोमल दा की सोच कलाकार बेहतर ढंग से समझते हंै। उन्होने कहा कि कोमल दा के काम करने का तरीका अनूठा था। वे पारिवारिक माहौल मे ही मांगणियारो के गीत, साज व अंदाज मे सुधारात्मक बदलाव करते थे। उन्होने मांगणियारो की कला के अतीत के गौरवमय दिनों के बारे मे बताया।

हुनर से विदेशो मे धाक
समारोह मे मौजूद पkश्री साकर खां, नग्गा खां, हासन खां, बरकत खां, हिंदाल खां, चांदन खां, पेपे खां, सावण खां, खेते खां, सलीम खां व अनवर खां ने कहा कि यह गौरवपूर्ण है कि इन कलाकारो ने अपने हुनर से विदेशो मे भी धाक जमा ली है और मारवाड़ की साख बढ़ाई है। इस दौरान गांव के कई मौजीज लोग व कलाकार मौजूद थे। लोक कलाकारो ने घुड़लियो स्वागत गीत पेश कर सभी का अभिनंदन किया, वहीं बधावा गीत पेश कर उपस्थित लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। लोक कलाकारो ने अलगोजा वादन पेश कर राग सोरठ की ऎसी तान छेड़ी, कि वहां मौजूद लोग झनकृत हो उठे। शहनाई वादन, बुजुर्ग गायान, मोरचंग मेकिंग वकशॉप, वाद्य यंत्रो की जुगलबंदी, मलूध व सूफी गायन, भजन, सूफी स्वरलहरियो से सभी को खूब रिझाया। कार्यक्रम का संचालन खेते खां ने किया।

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