बुधवार, 17 अप्रैल 2013

"गहलोत जैसा झूठा इनसान नहीं देखा"

"गहलोत जैसा झूठा इनसान नहीं देखा"
फतेहनगर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने मंगलवार को उन आरोपों को गलत बताया कि उन्होंने कभी वसुंधरा राजे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। फतेहनगर में हुई एक सभा में मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार उनका नाम लेते हैं कि मैंने राजनाथ सिंह के सामने वसुंधरा राजे पर भ्रषचार के आरोप लगाए। जबकि सच तो यह है कि उन्होंने राजनाथ सिंह या अन्य किसी नेता से ऎसी शिकायत कभी की ही नहीं।

यह गहलोत की मनगढ़ंत कहानी है। उन्होंने कहा कि मैंने गहलोत जैसा झूठा इंसान कभी नहीं देखा। झूठे आरोपों के लिए गहलोत त्याग पत्र दें। सभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सीएम राजनीति में भ्रषचार की सीमा लांघ गए हैं। गहलोत किस मुंह से भ्रषचार के आरोप लगाते हैं, उनका तो पूरा खानदान ही भ्रषचार की भट्टी से निकला है। कटारिया बोले, सीएम जोधपुर की अपनी मित्र मंडली की जांच कराए, जो एकाएक पैसे वाले बन गए। कटारिया ने कहा कि सीएम साढ़े चार साल से 22 हजार करोड़ का आरोप लगा रहे हैं, क्या एक भी साबित कर पाए।

22 अगस्त 2007 को यह कहा था...
तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ सांसदों की बैठक में कैलाश मेघवाल उग्र दिखे। उन्होंने तीखें शब्दों में भ्रष्टाचार व शासन तंत्र व संगठन में गुट विशेष के हावी होने की बात कही थी। बैठक 22 अगस्त 2007 को दिल्ली में हुई थी।

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