बेंगलूरू: फिर 17 अप्रेल को हुआ धमाका
बेंगलूरू। कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू बुधवार सुबह बम धमाके से दहल गई। शहर के मल्लेश्वरम इलाके में भाजपा कार्यालय के निकट सुबह 10.28 बजे एक बाइक में धमाका हुआ। इसके बाद शहर में अफरा-तफरी मच गई। धमाके में 16 लोग घायल हुए। इनमें आठ पुलिसकर्मी शामिल हैं। घटना में तीन कारें भी जल कर खाक हो गई।
धमाके के पीछे इंडियन मुजाहिदीन पर शक की सुई घूमी है। अब तक हुई जांच में सामने आया है कि धमाके का उद्देश्य दहशत फैलाना था। आमतौर पर आतंककारी धमाकों में लोहे की कील या छर्रो का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन घटनास्थल से विस्फोटक में ऎसी चीजें प्रयुक्त होने के सबूत नहीं मिले हैं।
एनआईए के अनुसार धमाके में आईईडी का इस्तेमाल किया गया। धमाके के पीछे इंडियन मुजाहिदीन पर शक की सुई घूमी है। कर्नाटक में पांच मई को चुनाव हैं। इसीलिए मल्लेश्वरम में भाजपा कार्यायल के बाहर एक पुलिस वैन तैनात की गई थी। हालांकि जांच एजेंसियों यह पता लगाने में जुटी हुई हैं कि विस्फोट कैसे किया गया। विस्फोट के बाद वहां खड़े कई वाहनों में आग लग गई।
17 की तारीख फिर खौफ लेकर आई -
शहर के लिए 17 अप्रेल की तारीख फिर खौफ लेकर आई। तीन साल पहले भी 17 अप्रेल को लगभग इसी समय चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर ऎसा ही धमाका हुआ था। धमाका भाजपा कार्यालय से करीब 100 मीटर की दूरी पर हुआ। इसे लेकर दिल्ली तक राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाका इतना तेज था कि करीब चार किलोमीटर तक आवाज सुनाई दी। समीप की कई दुकानों के कांच चकनाचूर हो गए। पूर्व में कहा जा रहा था कि यह सिलेण्डर में विस्फोट हो सकता है। हालांकि बाद में पुलिस ने इस आशंका को नकारते हुए इसे बाइक में विस्फोट बताया।
केंद्र ने दिए जांच के आदेश -
केंद्र सरकार ने इस विस्फोट की जांच के आदेश दे दिए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि गृह मंत्रालय के विशेष सचिव के निर्देशन में बेंगलुरू धमाकों की जांच की जाएगी।
निशाने पर थे भाजपा कार्यकर्ता -
कर्नाटक के गृह मंत्री आर अशोक ने विस्फोट को आतंकी कार्रवाई करार दिया तथा कहा कि निशाने पर भाजपा कार्यकर्ता थे।
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