साध्वी के देवलोकगमन पर निकाली बैकुंठी
जैसलमेर जैन तीर्थ के दर्शनार्थ आया था पैदल दल
जैसलमेर जैन श्वेतांबर तपागच्छ की वयोवृद्ध साध्वी शीलंधराश्री का रविवार रात्रि 11 बजे जोधपुर रोड पर हृदय गति रूक जाने से देवलोकगमन हो गया । इसकी सूचना मिलते ही जैन समाज में शोक की लहर छा गई । समाचार प्राप्ति के बाद जैसलमेर के जैन समुदाय के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद कर महाराज श्री के मंगलाचरण में शामिल हुए।
महेंद्रभाई बापना ने बताया कि डेलावाले रामसुरी समुदाय के आचार्य रत्नचन्द्रसुरीश्वर जी महाराज करीबन 50 साधु-साध्वियों सहित व पांच मुमुक्षु बहिन व तीन भाई सहित जैसलमेर तीर्थ की यात्रा के लिए आ रहे थे रात्रि में साध्वी जी की अचानक तबीयत खराब होने के जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल में लाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
महाराज श्री ने बताया कि वर्ष 1961 में महाराष्ट्र के पूना में जन्मी साध्वी शीलंघराश्री ने पूज्य गुरुवर्या सद्गुणाश्री जी महाराज से 1985 में साबरमती में दीक्षा ली थी उनकी प्रेरणा से हजारों श्रद्धालुओं ने उपधनातप आईमविलतप नवकार तप नवाणुयात्रा ओली जी आदि विभिन्न तपस्या की थी सरल स्वभावी सेवाभावी साधना व संकल्प का उनमें अनूठा बल था इसी बल के आधार पर प्रति दिन 20 किमी पैदल चल कर जैसलमेर पंचतीर्थी के दर्शन की उनकी प्रबल भावना थी ।
जैन भवन से दोपहर बाद 3.30 बजे निकली महाप्रयाण यात्रा में जोधपुर बाड़मेर गुजरात जैसलमेर जिले से पहुंचे श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा । गाजे-बाजे के साथ बैकुंठी के रूप में निकाली गई साध्वी जी की यह महाप्रयाण यात्रा नगर के गांधी चौक, जिन्दानी चौकी, गोपा चौक आसनी रोड व गड़ीसर चौराहा से होती हुई स्वर्गाश्रम पहुंची । समूचे मार्ग में गुलाल उड़ाते जैन श्रद्धालु भक्ति गीतों एवं जय-जय नंदा, जय-जय भद्रा, जब तक सूरज चांद रहेगा शीलांधराश्री का नाम रहेगा आदि जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। महिलाएं मंगल गीत गाती हुई चल रही थी।
उनके पार्थिव देह का जैन ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्रसिंह भंसाली, उनके सांसारिक भाई भरत भाई निलेष भाई ने मुखाग्नि देते हुए स्वर्गाश्रम में नवकार मंत्र के बीच जैन धर्म की परम्परा के अनुसार अंतिम संस्कार किया। अंतिम यात्रा में जैन ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्रसिंह भंसाली, गुजरात संघ के प्रमुख मयंक भाई, साबरमती जैन संघ के भरत भाई, चिमनलाल भानु बैन व साध्वी महाराज की सांसारिक भाई निलेष आरशाह सुभाष भाई, तेजस भाई, रवि भाई, जिन कुशल युवा मण्डल जैसलमेर, दादा जिनकुशलसूरि ट्रस्ट के ट्रस्टीगण, जैसलमेर जैन संघ के अध्यक्ष राजमल जैन, ओमप्रकाश राखेचा, आनंद कुमार जैन, विजयसिंह कोठारी, मण्डल के अध्यक्ष स्वरूप जैन, मदन सुराणा, समाजसेवी गजेंद्र कुमार जैन के साथ ही विभिन्न जैन संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए।
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