मंगलवार, 2 अप्रैल 2013
ट्रेन की चपेट में आने से 13 बैल कटे, 5 घायल
ट्रेन की चपेट में आने से 13 बैल कटे, 5 घायल
पशुपालक बैल व बछड़े लेकर तिलवाड़ा मेले में जा रहे थे
बालोतरा तिलवाड़ा-गोल स्टेशन के बीच सोमवार सवेरे करीब 9 बजे जयपुर से बाड़मेर की ओर जा रही मालाणी एक्सप्रेस की चपेट में आने से 13 बैल कटकर मर गए। वहीं 5 बैल व बछड़े घायल हो गए, जिनका मौके पर ही पशु चिकित्सकों ने पहुंचकर प्राथमिक उपचार किया। सूचना मिलने पर पचपदरा पुलिस मौके पर पहुंची। पशुपालक दुर्घटना होने के बाद ट्रेन रुकते ही भाग छूटे। गैंगमैन से जानकारी मिली कि कुछ पशुपालक तिलवाड़ा पशु मेले में अपने बैल-बछड़े लेकर जा रहे थे। गैंगमैन ने आवाज भी लगाई, मगर गोलाई में ट्रेन नजर नहीं आने से पशु पालकों ने बैल-बछड़ों को ट्रैक पार करवाने के चक्कर में उधर हांक दिया। पचपदरा थानाधिकारी जगदीशप्रसाद शर्मा ने बताया कि बायतु की तरफ से कुछ पशुपालक अपने बैल व बछड़े लेकर तिलवाड़ा पशु मेले की ओर जा रहे थे। तिलवाड़ा व गोल स्टेशन के बीच 761/100-200 के बीच गोलाई में पशुपालकों ने बैल-बछड़ों को ट्रैक पार करवाने के चक्कर में उधर हांक दिया। इतने में बालोतरा की ओर से बाड़मेर जा रही मालाणी एक्सप्रेस पहुंच गई और बैल ट्रेन की चपेट में आ गए। इस हादसे में 13 बैलों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनका पोस्टमार्टम करवाकर वहीं दफनाया गया। जबकि 5 बैल-बछड़े घायल हो गए, जिनका पशु चिकित्सक को बुलवाकर उपचार करवाया गया। इसके अलावा पांच-छह अन्य बैल-बछड़े बच गए, जो भाग गए। पुलिस ने पशुपालकों के बारे में पता करने की कोशिश की मगर, उनका पता नहीं चल सका।
गैंगमैन ने किया था आगाह: पचपदरा थानाधिकारी ने बताया कि गैंगमैन की सूचना पर वे मौके पर पहुंचे। गैंगमैन ने बताया कि उसने ट्रेन आती देखी और उधर से पशुपालक बैल-बछड़ों को ट्रैक की तरफ हांक रहे थे। इस पर उसने आवाज भी लगाई, मगर गोलाई की वजह से पशुपालकों को ट्रेन नजर नहीं आई और तब तक बैल-बछड़े भी ट्रैक पर चढ़ गए।
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