मंगलवार, 2 अप्रैल 2013

भूखंड का पट्टा देने के बदले २३ हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने धर दबोचा


समर्थकों के विरोध के बीच कड़ी सुरक्षा में नाग को सिरोही ले गई टीम


भूखंड का पट्टा देने के बदले २३ हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने धर दबोचा 





जैतारण (पाली)

जैतारण नगरपालिका चेयरमैन मदनलाल नाग को एसीबी टीम ने सोमवार सुबह 23 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। एसीबी का कहना है कि भूखंड का पट्टा देने की एवज में चेयरमैन ने 38 हजार रुपए में सौदा तय किया था। इसमें से 15 हजार रुपए पहले ही ले लिए थे, जबकि 23 हजार रुपए सोमवार को लिए। इधर, एसीबी कार्रवाई का विरोध करते हुए उनके समर्थकों के साथ कई लोग बाजार बंद कर थाने के बाहर जमा हो गए। उनका आरोप था कि एसीबी ने चेयरमैन को कथित रूप से फंसाया है। आक्रोशित लोगों ने थाने के बाहर भी प्रदर्शन किया तथा बाद में एसीबी के अधिकारियों को इस कार्रवाई के विरोध में ज्ञापन दिया। लोगों के विरोध देखते हुए गिरफ्तारी के बाद एसीबी टीम नाग को लेकर सिरोही रवाना हो गई। उसे मंगलवार को पाली स्थित एसीबी मामलों की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।

एक सप्ताह से एसीबी की थी नजर

एएसपी शर्मा ने बताया कि परिवादी जगदीश चौकीदार ने 24 मार्च को एसीबी सिरोही चौकी में जैतारण नगरपालिका चेयरमैन द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत पेश की। उसी दिन से एसीबी सक्रिय होकर चेयरमैन के खिलाफ शिकायत का सत्यापन कर सबूत जुटाने में लग गई। सत्यापन के दौरान चेयरमैन द्वारा 25 मार्च को दस हजार रुपए लेने की पुष्टि भी हो गई। इसके बाद एक सप्ताह तक चेयरमैन पर एसीबी नजर रखे हुए थी।

कड़ी सुरक्षा में ले गए सिरोही 

लोगों के विरोध को देखते हुए जैतारण थाने में आरोपी चेयरमैन को कड़ी सुरक्षा में रखा गया। इस बीच आसपास के थानों से भी पुलिस का जाब्ता बुलाकर थाने के बाहर तैनात किया गया। शाम 4 बजे कार्रवाई पूरी करने के बाद कड़ी सुरक्षा में एसीबी की टीम आरोपी चेयरमैन को लेकर सिरोही के लिए रवाना हो गई। चूंकि परिवादी ने एसीबी सिरोही चौकी में शिकायत की थी, इसी के चलते आरोपी को सिरोही की एसीबी चौकी में रखा जाएगा। मंगलवार को उसे पाली स्थित एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पट्टे की कीमत 7100 रुपए, रिश्वत 38 हजार!

जैतारण नगरपालिका प्रशासन की ओर से परिवादी जगदीश चौकीदार के नाम 1600 वर्गफीट के भूखंड का जो पट्टा जारी किया है उसके बदले पालिका प्रशासन ने 7100 रुपए वसूल किए है, लेकिन चेयरमैन ने उक्त पट्टा जारी करने के बदले 38 हजार रुपए की रिश्वत ली है। पालिका प्रशासन का दावा है कि परिवादी जगदीश के भूखंड का पट्टा गत 22 मार्च को ही जारी कर दिया, जबकि एसीबी को दिए बयान में जगदीश ने बताया कि उसे यह पट्टा अब तक नहीं मिला।

गिरफ्तारी से भड़के लोग, बाजार बंद कराए

चेयरमैन को एसीबी द्वारा गिरफ्तार करने की सूचना के बाद बाजार बंद कर काफी संख्या में उनके समर्थक जैतारण थाने के बाहर जमा हो गए। एसीबी कार्रवाई का विरोध जताते हुए समर्थकों ने थाने के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि चेयरमैन को कथित राजनीतिक द्वेषता के चलते फंसाया गया है। साथ ही आक्रोशित लोगों ने एसीबी अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया, जिसमें बताया गया है कि परिवादी जगदीश ने जबरदस्ती रुपए चेयरमैन को थमाए हैं।

ईओ का दावा, 22 मार्च को जारी कर दिया पट्टा

॥बांजाकुडी निवासी जगदीश चौकीदार पुत्र मोहनलाल ने जैतारण में झुंझडा मार्ग पर खसरा नंबर 862 में 1 हजार 600 वर्गफुट साइज के भूखंड के पट्टे के लिए आवेदन किया था। कागजी कार्रवाई व मौका निरीक्षण के बाद पालिका ने 22 मार्च को पट्टा नंबर 2697 जारी कर दिया था, जिसे तहसील कार्यालय में पंजीयन के लिए भी भेज दिया था। - मोतीराम नागौरा, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, जैतारण

पकड़ते ही चेयरमैन को थाने ले गए

एसीबी पाली चौकी के एएसपी लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि बांजाकुडी निवासी जगदीश चौकीदार ने जैतारण के झुंझडा रोड पर एक भूखंड खरीद रखा है। इस भूखंड का पट्ा बनाने के लिए उसने नगर पालिका में आवेदन किया था। जगदीश ने एसीबी सिरोही चौकी में शिकायत की कि भूखंड का पट्टा जारी करने की एवज में चेयरमैन मदनलाल नाग ने उससे 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, लेकिन बाद में 38 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। इसमें से पहले 5 तथा बाद में 10 हजार रुपए बतौर एडवांस दे दिए, जबकि बाकी के 23 हजार रुपए सोमवार को देना तय हुआ। एसीबी ने तसदीक के बाद सोमवार सुबह एसीबी चौकी सिरोही के इंस्पेक्टर नरेंद्रसिंह के नेतृत्व में सिरोही व पाली की संयुक्त टीमों ने जगदीश को विशेष केमिकल लगे 23 हजार रुपए देकर भेजा। पालिका में चेयरमैन कक्ष में जगदीश ने यह राशि देकर जैसे ही इशारा किया तो एसीबी टीम ने आरोपी चेयरमैन को गिरफ्तार कर रिश्वत की राशि बरामद की। इसके बाद एसीबी टीम आरोपी को लेकर जैतारण थाने में पहुंची। इस बीच पालिका के अधिशासी अधिकारी मोतीराम नागौरा को भी थाने में बुलाकर एसीबी ने भी उक्त भूखंड के पट्टे से संबंधी रिकॉर्ड के बारे में काफी देर तक पूछताछ की।

एसीबी कार्रवाई का विरोध करते हुए बाजार बंद कराया, आज पाली कोर्ट में करेंगे पेश

जैतारण पालिकाध्यक्ष रिश्वत लेते गिरफ्तार

ठ्ठ नाग दूसरी बार पालिका चेयरमैन बने हैं। 30 अगस्त 1995 में भाजपा में रहते हुए पार्षदों की जोड़-तोड़ कर मदनलाल चेयरमैन बने। साढ़े तीन साल बाद 13 जून 1999 को अविश्वास प्रस्ताव के कारण उनको चेयरमैन पद गंवाना पड़ा।

ठ्ठ पालिका चेयरमैन के लिए सीधे मतदान की प्रणाली लागू होने पर नाग ने 2010 में फिर से भाजपा से टिकट मांगा, लेकिन नहीं मिलने पर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 20 अगस्त, 2010 को निर्दलीय जीत कर मदनलाल ने चेयरमैन की कुर्सी संभाली और दो साल और सात माह बाद 1 अप्रैल को एसीबी के हाथों ट्रेप हो गए।

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