तीन साल में भी नहीं खुला पॉलिटेक्निक
पद रिक्तता बनीं समस्या तकनीकी शिक्षा में पिछड़ रहा है जैसाणा
तीन सालों में भी शुरू नहीं हो पाया पॉलिटेक्निक कॉलेज, चूरू जिले में हो रहा है संचालित, जैसलमेर आईटीआई में पद रिक्त वहीं पोकरण में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप कोर्सेज नहीं हो रहे संचालित
जैसलमेर
सीमावर्ती जिला जैसलमेर दिनों दिन शिक्षा के क्षेत्र में अत्यधिक पिछड़ता जा रहा है। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में यहां पर किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है। यहां के तकनीकी संस्थान युवाओं को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने में असक्षम है। यहां की आईटीआई में स्टाफ व सुविधाओं की कमी है वहीं तीन साल बाद भी पॉलिटेकनिक कॉलेज अभी तक शुरू नहीं हो पा रहा है। यहां की कॉलेज चुरु जिले में चल रही है। वहीं पोकरण के आईटीआई की बदहाल स्थिति किसी से भी नहीं छुपी है।
पिछले कुछ सालों में जैसलमेर में रोजगार के नए क्षेत्र खुलने के साथ ही तकनीकी विशेषज्ञों की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन यहां के युवाओं के सामने विकल्पों की कमी के चलते इस और बढ़ नहीं पा रहे है। वर्तमान में जैसलमेर में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा कंपनियों में भारी मात्रा में तकनीशियन की डिमांड है लेकिन यहां के तकनीकी संस्थानों की बदहाल स्थिति के चलते यहां के युवाओं के लिए यह जॉब दूर की कौड़ी साबित हो रहे है। पोकरण आईटीआई बदहाल
वर्तमान युग तकनीक का युग है। वहीं जैसलमेर में भी पिछले कुछ सालों में रोजगार के नए रास्ते खुले है। जिसमें पवन ऊर्जा संयंत्रों की कंपनियां, सौर ऊर्जा संयंत्र कंपनियों में बड़ी मात्रा में आईटीआई व पॉलिटेक्निक पासआउट युवाओं की आवश्यकता होती है। आईटीआई में भी सीटें सीमित है ऐसे में मैरिट के आधार पर चयन होता है। जिसमें कई युवा मन मसौज कर रह जाते है। वहीं पॉलिटेक्निक कॉलेज तो अभी तक प्रारंभ भी नहीं हो पाया है। आगामी दिनों में यहां पर सीमेंट फैक्ट्रियां लगने के साथ ही तकनीशियनों की मांग भी बढ़ेगी लेकिन यहां के तकनीकी संस्थान इतने सक्षम नहीं है कि डिमांड को पूरा कर सके।
पोकरण मुख्यालय पर स्थित आईटीआई की स्थिति अति दयनीय है। वहां वर्तमान में फिटर व मोटर मैकेनिक का कोर्स ही संचालित हो रहे है। पर्याप्त फैकल्टी के अभाव में यहां छात्र प्रवेश भी नहीं लेना चाहते है। यहां तक कि पोकरण आईटीआई के अधीक्षक का भी पद रिक्त है। पोकरण में इन दिनों बड़े पैमाने में सोलर ऊर्जा प्लांट लग रहे है। जिनमें इलेक्ट्रिशियन व वायरमैन ट्रेड के पास आउट युवाओं की आवश्यकता है। लेकिन यहां के तकनीकी संस्थान युवाओं को अपने ही गृह जिले में रोजगार के काबिल बनाने में सक्षम नहीं है।
करीब तीन साल पहले जैसलमेर में पॉलिटेक्निक कॅालेज की घोषणा हुई थी। उसके काफी समय बाद जाकर निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। लेकिन अभी तक उसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। भवन में रंग रोगन सहित अन्य काम अभी भी बाकी पड़ा है। सरकार द्वारा पॉलिटेक्निक कॉलेज की घोषणा कर उसे चुरु स्थानांतरित कर दिया गया। वर्तमान में जैसलमेर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र चुरु में पढ़ रहे है। पॉलिटेक्निक कॉलेज के भवन पर छह करोड़ की लागत आई है।
आईटीआई में है पद रिक्त
जिला मुख्यालय स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र में इन दिनों कई पद रिक्त है। वर्तमान में आईटीआई में 11 कोर्स चल रहे है तथा 22 यूनिट है। लेकिन वेल्डर, ड्राइंग, फोरमैन के पद रिक्त पड़े है। इनकी जगह पर कांट्रेक्ट शिक्षकों का सहारा लिया जा रहा है। आईटीआई में 274 युवा प्रशिक्षण ले रहे है। लेकिन यहां पर अधीक्षक का कार्यभार भी चार्ज पर चल रहा है। कोर्स व यूनिट बढऩे से काम भी बढ़ा है ेकिन अभी तक अधीक्षक के पद को अपग्रेड नहीं किया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इस आईटीआई में असिस्टेंट डायरेक्टर का पद होने चाहिए लेकिन उसके स्थान पर अधीक्षक का पद भी रिक्त है।
॥ आईटीआई में वर्तमान में 11 ट्रेड व 22 यूनिट संचालित हो रही है। हाल ही में होटल मेनेजमेंट एवं रेफ्रिजरेशन कोर्स प्रारंभ किए गए है। पद रिक्त होने की स्थिति में कांट्रेक्ट फैकल्टी से काम चलाया जा रहा है।ञ्जञ्ज इन्द्राराम गेंवा, अधीक्षक आईटीआई जैसलमेर
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