सोमवार, 8 अप्रैल 2013
पुलिस ने कर्नल सोनाराम की पत्नी से पूछा- फर्जी हस्ताक्षर किसने किए
पुलिस ने कर्नल सोनाराम की पत्नी से पूछा- फर्जी हस्ताक्षर किसने किए
गुडग़ांव में भाई की कंपनी का भूखंड हड़पने का आरोप
विशेष संवाददाता. जोधपुरत्न गुडग़ांव में हुड्डा से आवंटित करोड़ों रुपए का भूखंड हड़पने के मामले में जयपुर पुलिस रविवार को बायतु विधायक कर्नल सोनाराम, उनकी पत्नी व पुत्र से पूछताछ करने जोधपुर आई। सर्किट हाउस के सामने कर्नल के मकान में कर्नल और उनके पुत्र तो मिले नहीं, पुलिस ने उनकी पत्नी से ही फर्जी हस्ताक्षर व स्टांप के बारे में पूछताछ की। उनकी पत्नी ने बीमार होने के कारण कोई जवाब नहीं दिए।
इस बीच कर्नल ने जांच अधिकारी से बात कर कहा कि वे खुद एक-दो दिन में जांच के लिए पुलिस थाने आ जाएंगे। कर्नल व उनके परिवार के खिलाफ यह मुकदमा उनके भाई लालचंद की ओर से ही दर्ज कराया हुआ है।
फोरेंसिक जांच में हस्ताक्षर फर्जी निकले
जांच अधिकारी प्रभातीलाल ने बताया कि हुड्डा से भूखंड के सभी कागजात लेकर एफएसएल में जांच कराई थी। फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में पता चला है कि भूखंड का दूसरी फर्म के नाम हस्तांतरण कराने के लिए कागजात पर कुल 40 हस्ताक्षर थे, उनमें से 4 हस्ताक्षर फर्जी व स्कैन किए हुए निकले। ये हस्ताक्षर कर्नल की पत्नी विमला और पुत्र रमन के थे, इसलिए उनसे पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने ये हस्ताक्षर किए थे या नहीं।
दूसरी फर्म बना कर भूखंड हड़पने का आरोप
कर्नल सोनाराम और उनके भाई लालचंद चौधरी कुछ साल पहले मोहनगढ़ कंस्ट्रक्शन कंपनी में साथ काम करते थे। मोहनगढ़ कंस्ट्रक्शन व सुमेर कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से गुडग़ांव में हुड्डा ने एक हजार गज का भूखंड आवंटित किया था। लालचंद चौधरी का आरोप है कि कर्नल ने पत्नी व पुत्र के मार्फत वीएसएम नाम की दूसरी फर्म बनाई और यह भूखंड हड़प लिया। बाद में कर्नल ने यह भूखंड किसी को बेच दिया और वहां बन रही बिल्डिंग में खुद की पार्टनरशिप डाल दी। इस पर लालचंद ने कर्नल, उनकी पत्नी विमला और पुत्र रमन के खिलाफ दो साल पहले 28 सितंबर 2011 को जयपुर के वैशाली नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
॥यह मेरे भाई लालचंद की करतूत है। उसने मेरे व परिवार के खिलाफ हरियाणा, दिल्ली व जयपुर में झूठे मुकदमे करवा रखे हैं। यह विवाद गुडग़ांव का है, वहां केस हार गया तो जयपुर में झूठी शिकायत कर दी। जयपुर पुलिस तहकीकात करने जोधपुर आई थी। - कर्नल सोनाराम चौधरी, बायतु विधायक
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें