बुधवार, 27 मार्च 2013

कांग्रेस ने जोर दिया, राहुल बनेंगे पीएम

नई दिल्ली : कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर नये सिरे से शुरू हुई चर्चा के बीच पार्टी ने आज विश्वास व्यक्त किया कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे और देश को आगे ले जाएंगे।

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता और नेता तहे दिल से चाहते हैं कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बने। हमें पूरा विश्वास है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनमें वे सभी खुबियां है जो प्रधानमंत्री बनने के लिए जरूरी है। राहुल गांधी अपनी सोच के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं और दूरदर्शी हैं। हमें पूरा विश्वास है कि जब भी वह प्रधानमंत्री बनेंगे, वह योग्य प्रधानमंत्री होंगे और देश को आगे ले जाएंगे।


कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री न बनने के बयान को पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने मीडिया की गलती करार दे दिया है। होली से ठीक पहले राहुल के प्रधानमंत्री न बनने के बयान पर सफाई देने के साथ-साथ उन्होंने संप्रग सरकार में सत्ता के दो केंद्र होने के फार्मूले को भी असफल करार दे दिया। इस फार्मूले के नतीजों के आधार पर ही दिग्विजय ने राहुल के खुद प्रधानमंत्री बनने की मुहिम को आगे बढ़ाया।

राहुल के प्रधानमंत्री न बनने के बयान पर दिग्विजय ने कहा कि 'राहुल गांधी ने कहा था कि उनकी प्राथमिकता लोगों का कल्याण है। मीडिया ने मान लिया कि वह कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री बनना उनकी प्राथमिकता नहीं है। इस तरह से दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को अगले चुनाव में पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार पेश किए जाने का भी संकेत दिया। साथ ही उन्होंने अगला चुनाव राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी होने की अटकलों को भी आगे बढ़ा दिया। वैसे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय के ज्यादातर बयानों से कांग्रेस प्रवक्ता किनारा कर लेते हैं, लेकिन आम तौर पर पार्टी उनसे अलग हटती नहीं दिखती। इस दफा राहुल पर उनके बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने भी कुछ कहने से इन्कार कर दिया।

एक टीवी चैनल और अखबार को दिए गए साक्षात्कार में दिग्विजय ने कहा कि संप्रग में सत्ता के दो केंद्र होने का प्रयोग कारगर साबित नहीं हुआ। जाहिर तौर पर उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन की तरफ था। दिग्विजय ने यह भी कहा कि पार्टी में यह भावना मजबूत हो रही है कि गांधी-नेहरू परिवार के मनोनीत प्रधानमंत्री से दो अधिकार केंद्र बन जाते हैं और इससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। कांग्रेस महासचिव के मुताबिक, पार्टी नेताओं का मानना है कि जो पार्टी को नियंत्रित करे, वही सरकार का भी मुखिया हो। दिग्विजय ने राहुल गांधी को सलाह दी कि अगर अगले आम चुनाव में पार्टी को बहुमत मिलता है तो राहुल गांधी को खुद प्रधानमंत्री बनना चाहिए।

'राहुल ने मुझसे कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है।' -दिग्विजय सिंह, कांग्रेस महासचिव

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