गुरुवार, 21 मार्च 2013
रणकपुर घाट सेक्शन में रोडवेज बस यात्रियों से लूट
रणकपुर घाट सेक्शन में रोडवेज बस यात्रियों से लूट
लुटेरों ने पहले कार चालक को लूटा, सड़क पर बड़े पत्थर डालकर बस रोकी, रोडवेज यात्रियों से जमकर मारपीट, चालक व एक यात्री चाकू के वार से घायल
सादड़ी (पाली) सादड़ी-उदयपुर मार्ग पर बुधवार रात करीब 9.30 बजे रणकपुर घाट सेक्शन में सड़क पर पत्थर डालकर नकाबपोश लुटेरों ने एक कार व रोडवेज बस में सवार यात्रियों से मारपीट करते हुए उनके गहने तथा नकदी लूटकर फरार हो गए। विरोध करने पर आरोपियों ने बस व कार चालक के हाथ पर चाकू से वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। साथ ही एक अन्य यात्री के गले तथा सीने पर चाकू से दनादन वार किए। घटना के दौरान आसपास की पहाडिय़ों में बैठे बदमाश लगातार बस पर पथराव भी करते रहे। लूट के बाद भयभीत हुए कई यात्रियों ने इधर-उधर भागकर शरण ली। आरोपियों ने इससे पहले इस मार्ग से गुजर रहे एक कार चालक भीटवाड़ा निवासी रामसिंह को भी लूट लिया तथा बस के आने तक उसे बंधक बनाकर रखा। घटना को लेकर देर रात तक इस मार्ग पर यातायात बाधित रहा। मामले की जानकारी मिलते ही उदयपुर के सायरा तथा सादड़ी थाने से पुलिस दल मौके पर पहुंचे। इस बीच तीनों घायलों को सादड़ी के सरकारी अस्पताल लाया गया। इनमें से एक की हालत गंभीर होने पर उसे उदयपुर रेफर किया गया है। आरोपियों को पकडऩे के लिए आसपास के इलाके में नाकाबंदी कराने के साथ ही पहाड़ी इलाके की घेराबंदी कराई, मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस के अनुसार जोधपुर से बुधवार रात 23 यात्रियों को लेकर रोडवेज की बस उदयपुर जा रही थी। रात करीब 9.30 बजे रणकपुर घाट सेक्शन के सेजिया महादेव मंदिर के समीप पहाड़ी क्षेत्र में घात लगाकर बैठे लुटेरों ने रास्ते में पत्थर डालकर बस जबरन रुकवा दी। शेषत्नपेज 4
इसके बाद बस में चढ़कर लुटेरों ने चालक रहीम खान पुत्र गफ्फार खान के गले पर चाकू रखकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की।
श्'आरोपियों ने एक-एक यात्री के साथ चाकू दिखाकर मारपीट की तथा उनके शरीर पर पहने गहने, नकदी, मोबाइल व अन्य सामान लूट लिया।
बताया जाता है कि आरोपियों की संख्या 9 थी तथा सभी ने अपने चेहरों को कपड़े से पूरी तरह से ढंक रखा था। इसमें से 5 बदमाश बस में चढ़कर यात्रियों के साथ मारपीट कर लूट की वारदात को अंजाम दे रहे थे, जबकि 4 बदमाश बस के बाहर ही खड़े रहकर हवा में चाकू लहराते हुए यात्रियों को धमकाते रहे। बदमाशों ने पहले उदयपुर से अपने गांव भीटवाड़ा आ रहे कार चालक रामसिंह के साथ मारपीट कर उससे नकदी व मोबाइल लूट लिया था तथा बस आने के इंतजार में उसे तब तक अपने पास ही बंधक बनाकर रखा। बस के आते ही लुटेरों ने चालक रहीम खान की गर्दन पर चाकू रख दिया तथा उसके साथ मारपीट करने लगे। बस में सवार नई दिल्ली निवासी पूरणसिंह ने विरोध करने का प्रयास किया तो बदमाशों ने उसके गले, सीने तथा हाथ पर चाकुओं से कई वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। लुटेरों ने किसी भी यात्री को नहीं बख्शा तथा हर यात्री के साथ पहले मारपीट की फिर उनके शरीर पर पहने गहने, नकदी तथा अन्य सामान लेकर पहाड़ी क्षेत्र से ही फरार हो गए। लूट का शिकार होने के बाद दहशत के मारे कई यात्री तो इधर-उधर जाकर छिप गए। मामले की जानकारी मिलते पर सायरा व सादड़ी थाने से पुलिस दल मौके पर पहुंचा तथा तीनों घायलों को उपचार के लिए सादड़ी के सरकारी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। इनमें से दिल्ली निवासी पूरणसिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे देर रात उदयपुर रेफर किया गया। इधर, सायरा पुलिस यात्रियों के बयान लेकर मामला दर्ज करने की कार्रवाई कर रही थी। घटना के कारण बस भी खून से भर गई। इस बीच घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस व अन्य लोगों ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी, मगर काफी इंतजार के बाद भी नहीं पहुंचने पर उनको अन्य वाहनों की मदद से अस्पताल लाया गया।
कमर में बंधे होने के कारण बच गए 75 हजार रुपए
नई दिल्ली निवासी पूरणसिंह ने 75 हजार रुपए की राशि अपनी कमर पर कपड़े से बने हुए बैल्ट में बांध रखी थी, इसके चलते यह राशि लुटेरों के हाथ नहीं लग पाई। प्रारंभिक रूप से यह भी पता चला है कि एक अन्य यात्री सलूंबर निवासी शुरवरसिंह के साथ भी लुटेरों ने बेरहमी से मारपीट की। लुटेरे उसका मोबाइल, नकदी व अन्य जरूरी दस्तावेज भी ले गए।
यात्री गिड़गिड़ाते रहे, मगर नहीं पसीजे लुटेरे
घटना के दौरान आरोपियों की तरफ से की जा रही बेरहमी से मारपीट के बाद अपने शरीर पर पहने गहने तथा जेब से नकदी निकालकर देने के बाद भी मारपीट पर उतारू थे। हुलिए से आदिवासी लगने वाले इन आरोपियों ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा तथा उनके साथ भी मारपीट की। महिलाओं के साथ मारपीट के दौरान कई पुरुष यात्री गिड़गिड़ाते रहे, इसके बाद भी वे मारपीट पर उतारू रहे।
पोस्ट थानेदार की, कार्यरत सिपाही
अपनी स्थापत्य कला तथा प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में पूरे विश्व में ख्यातनाम रणकपुर मंदिर में हर दिन पहुंचने वाले सैकड़ों देसी-विदेशी पर्यटकों को किसी भी अप्रिय वारदात से बचाने के लिए राज्य सरकार ने यहां पर पुलिस चौकी खोल रखी है। यहां पर पूर्व में एक एसआई सहित चार कांस्टेबल का जाब्ता भी तैनात था। थानेदार की पोस्ट होने के बाद भी यहां पर एक कांस्टेबल ही लगा रखा है। इस कांस्टेबल के पास भी कोई वाहन नहीं है। अगर यहां पर पर्याप्त स्टाफ होता तो कुछ ही पल में यहां से पुलिस मौके पर पहुंच सकती थी।
पूरे साल एक दिन भी नहीं हुई गश्त
करीब 1 साल पहले 13 मार्च को जोधपुर से उदयपुर जाने वाली रोडवेज बस को भी रणकपुर घाट सेक्शन में लुटेरों ने निशाना बनाया था। घटना में शामिल आरोपियों का आज तक पता नहीं चल पाया है। इस मार्ग पर आए दिन रात में लूट की घटनाओं को देखकर सायरा तथा सादड़ी थाना पुलिस ने रात में अपने क्षेत्र में आने वाले करीब 10 किमी पहाड़ी क्षेत्र में नियमित गश्त करने का निर्णय लिया था, मगर एक दिन भी दोनों थानों की पुलिस ने गश्त नहीं की। नतीजतन, लुटेरों ने पुलिस की इसी लापरवाही का फायदा उठाकर बुधवार बस में सवार 23 यात्रियों व एक कार चालक के साथ लूट की वारदात ही नहीं की, बल्कि उनके साथ बेरहमी से मारपीट भी की। घटना के बाद आरोपी पहाड़ी क्षेत्र से ही भागने में कामयाब हो गए। इस क्षेत्र में मोबाइल काम नहीं करने के कारण घटना की जानकारी भी अक्सर देरी से मिलती है। इस वारदात में भी लुटेरों ने पहले यात्रियों के मोबाइल अपने कब्जे में लिए उसके बाद वे गहने व नकदी लूटकर फरार हो गए।
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