न्यूड कर पेड़ से बांधा,हाथ-पैर तोड़े
भीलवाड़ा/आसींद। जिले के आसींद कस्बे से रविवार शाम दो जीपों में आए हमलावर एक युवक को अपरहण कर भैरूखेड़ा ले गए। वहां उसे निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधकर लाठी,सरिए व कुल्हाड़ी से पिटाई कर उसके हाथ और दोनों पैर तोड़ दिए।
गंभीर रूप से घायल युवक ने भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सलय में दम तोड़ दिया। विवाद का कारण नाता विवाह माना जा रहा है। आसींद पुलिस ने अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कर करीब एक दर्जन आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
आसींद थाना प्रभारी तुलसीराम प्रजापत के अनुसार जूना भैरूखेड़ा निवासी मनरूप गुर्जर (37) आसींद में किराए के मकान में रह रहा था। वह रविवार शाम अपने मित्र धर्मीचंद गुर्जर की किराने की दुकान पर बैठा हुआ था। शाम करीब छह बजे दो जीपों में करीब एक दर्जन लोग वहां आए।
ये लोग मनरूप को जबरन जीप में डालकर ले गए। दुकान पर मौजूद धर्मीचंद के भाई पारस ने शोर मचाते हुए मनरूप को छुड़ाने का प्रयास किया, तो वे धक्का देकर भाग गए। इस दौरान धर्मीचंद ने मनरूप के भाई हरदेव व पुलिस को जानकारी दी।
तोड़ डाले हाथ-पांव
आरोपी मनरूप को करीब एक किलोमीटर दूर भैरूखेड़ा ले गए। वहां गांव के बीच उसे निर्वस्त्र कर एक पेड़ से बांध दिया और लाठी, सरिए व कुल्हाड़ी से उसकी जमकर पिटाई की। पिटाई से मनरूप के दोनों हाथों और पैर में फ्रेक्चर हो गए। मौके पर भीड़ जमा होने पर हमलावर भाग छूटे। सूचना पर आसींद थाना पुलिस मौके पर पहंुची। लहूलुहान हालत में मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे भीलवाड़ा रैफर कर दिया गया।
गरमाया माहौल
मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाने पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। इससे माहौल गरमा गया। मनरूप के भाई हरदेव ने तेजू गुर्जर, भैरू पुत्र मांगू, भैरू पुत्र हेमा, हरदेव पुत्र नानू, श्रीराम, औंकार गुर्जर एक दर्जन लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया। भीलवाड़ा चिकित्सालय में मनरूप की मौत के बाद मामला हत्या में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने शव महात्मा गांधी चिकित्सालय के चीरघर में रखवा दिया।
एक माह पहले किया था नाता विवाह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना का कारण नाता विवाह रहा। सहायक उपनिरीक्षक कृष्णकुमार ने बताया कि मनरूप ने एक माह पूर्व आसींद की एक महिला से नाता विवाह किया था। इसके बदले उसने महिला के पूर्व पति तेजू गुर्जर को "नाता झगड़े" की रकम चुका दी थी। बाद में महिला के नाम जो जमीन थी, वह मनरूप ने अपने नाम करवा ली। पूर्व पति तेजू इसी बात को लेकर मनरूप से रंजिश पालकर बैठा था। उसने मनरूप को धमकाया भी था।
जनप्रतिनिधि की धमकी
घटना के बाद घायल मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाने पर कुछ लोगों ने एक विधायक के नाम की धमकी देते हुए थाने में मुकदमे दर्ज नहीं कराने के लिए कहा। इसे लेकर वहां मौजूद लोगों में आक्रोश फैल गया। हालांकि पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया।
भीलवाड़ा/आसींद। जिले के आसींद कस्बे से रविवार शाम दो जीपों में आए हमलावर एक युवक को अपरहण कर भैरूखेड़ा ले गए। वहां उसे निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधकर लाठी,सरिए व कुल्हाड़ी से पिटाई कर उसके हाथ और दोनों पैर तोड़ दिए।
गंभीर रूप से घायल युवक ने भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सलय में दम तोड़ दिया। विवाद का कारण नाता विवाह माना जा रहा है। आसींद पुलिस ने अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कर करीब एक दर्जन आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
आसींद थाना प्रभारी तुलसीराम प्रजापत के अनुसार जूना भैरूखेड़ा निवासी मनरूप गुर्जर (37) आसींद में किराए के मकान में रह रहा था। वह रविवार शाम अपने मित्र धर्मीचंद गुर्जर की किराने की दुकान पर बैठा हुआ था। शाम करीब छह बजे दो जीपों में करीब एक दर्जन लोग वहां आए।
ये लोग मनरूप को जबरन जीप में डालकर ले गए। दुकान पर मौजूद धर्मीचंद के भाई पारस ने शोर मचाते हुए मनरूप को छुड़ाने का प्रयास किया, तो वे धक्का देकर भाग गए। इस दौरान धर्मीचंद ने मनरूप के भाई हरदेव व पुलिस को जानकारी दी।
तोड़ डाले हाथ-पांव
आरोपी मनरूप को करीब एक किलोमीटर दूर भैरूखेड़ा ले गए। वहां गांव के बीच उसे निर्वस्त्र कर एक पेड़ से बांध दिया और लाठी, सरिए व कुल्हाड़ी से उसकी जमकर पिटाई की। पिटाई से मनरूप के दोनों हाथों और पैर में फ्रेक्चर हो गए। मौके पर भीड़ जमा होने पर हमलावर भाग छूटे। सूचना पर आसींद थाना पुलिस मौके पर पहंुची। लहूलुहान हालत में मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे भीलवाड़ा रैफर कर दिया गया।
गरमाया माहौल
मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाने पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। इससे माहौल गरमा गया। मनरूप के भाई हरदेव ने तेजू गुर्जर, भैरू पुत्र मांगू, भैरू पुत्र हेमा, हरदेव पुत्र नानू, श्रीराम, औंकार गुर्जर एक दर्जन लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया। भीलवाड़ा चिकित्सालय में मनरूप की मौत के बाद मामला हत्या में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने शव महात्मा गांधी चिकित्सालय के चीरघर में रखवा दिया।
एक माह पहले किया था नाता विवाह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना का कारण नाता विवाह रहा। सहायक उपनिरीक्षक कृष्णकुमार ने बताया कि मनरूप ने एक माह पूर्व आसींद की एक महिला से नाता विवाह किया था। इसके बदले उसने महिला के पूर्व पति तेजू गुर्जर को "नाता झगड़े" की रकम चुका दी थी। बाद में महिला के नाम जो जमीन थी, वह मनरूप ने अपने नाम करवा ली। पूर्व पति तेजू इसी बात को लेकर मनरूप से रंजिश पालकर बैठा था। उसने मनरूप को धमकाया भी था।
जनप्रतिनिधि की धमकी
घटना के बाद घायल मनरूप को आसींद चिकित्सालय लाने पर कुछ लोगों ने एक विधायक के नाम की धमकी देते हुए थाने में मुकदमे दर्ज नहीं कराने के लिए कहा। इसे लेकर वहां मौजूद लोगों में आक्रोश फैल गया। हालांकि पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया।
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