रविवार, 3 मार्च 2013

पर्स में दिल लेकर चलती है किशोरी

पर्स में दिल लेकर चलती है किशोरी

बोस्टन। अमरीका के ह्यानीस की रहने वाली क्याह डिसिमॉन(13) दस साल की उम्र में हार्ट फेलुअर की शिकार हो गई। यह बीमारी दुर्लभ होती है। इसमें दिल इतना कमजोर हो जाता है कि पंप भी नहीं कर पाता। तब से एक अंग दाता का इंतजार कर रही है जिससे उसका ह्वदय प्रत्यारोपण किया जा सके। अभी डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर एक टाइटेनियम पंप उसकी छाती में लगा दिया है जो उसके दिल की धड़कन को बनाए रखता है और उसे जिंदा रख रहा है। यह पंप पोर्टेबल बेटरी से चार्ज होता है।

कार के सिगरेट लाइटर से...
मैं इसे वाईब्रेट करते हुए महसूस कर सकती हूं। वह एक काला पर्स हमेशा साथ रखती है जिसमें बैटरी और मॉनिटर रहता है, इसके माध्यम से वह इस कृत्रिम ह्वदय को चलाती है। यह एक वायर के द्वारा उसके पेट के माध्यम से जुड़ा है। जब वह बाहर जाती है तो एक कार के सिगरेट लाइटर के माध्यम से इसे चार्ज कर सकती है। वह दोस्तों के साथ बाहर जाने और फैशन पर बात करना पसंद करती है। उसकी मां डेनिस, हमेशा उसका ध्यान रखती है।

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