नई दिल्ली: '50 और '60 के दशक के एथलीट और बाद में डाकू बने पान सिंह तोमर के जीवन पर बनी तिग्मांशु धूलिया निर्देशित फिल्म 'पान सिंह तोमर' को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जबकि इसी फिल्म में अभिनय के लिए शीर्षक भूमिका निभाने वाले इरफान खान को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है। हालांकि इरफान खान को यह पुरस्कार विक्रम गोखले के साथ संयुक्त रूप से दिया गया है, जिन्हें मराठी फिल्म 'अनुमति' में उनके अभिनय के लिए सम्मानित किया गया है।
फीचर फिल्मों के लिए बासु चटर्जी, गैर-फीचर फिल्मों के लिए अरुणा राजे तथा सर्वश्रेष्ठ सिनेमाई लेखन के लिए स्वप्न मलिक की अध्यक्षता में बनी जूरी ने 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा करते हुए किसी निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म के लिए हिन्दी फिल्म 'चिट्टागॉन्ग' के निर्देशक बेदब्रत पेन तथा मलयालम फिल्म '101 चोदियन्गल' के निर्देशक सिद्धार्थ सिवा को इंदिरा गांधी पुरस्कार दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार उषा जाधव के हिस्से में आया है, जिन्हें मराठी फिल्म 'धाग' में उनकी निभाई भूमिका के लिए सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार शिवाजी लोटम पाटिल के हिस्से में इसी मराठी फिल्म के लिए आया।
सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फिल्म रही 'फिल्मिस्तान', तथा हिन्दी फिल्म 'विकी डोनर' में अभिनय के लिए अन्नू कपूर तथा डॉली आहलुवालिया को क्रमशः सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता तथा सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री चुना गया है। सम्पूर्ण मनोरंजन करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार भी 'विकी डोनर' के ही हिस्से में आया, हालांकि यह पुरस्कार भी एक मलयालम फिल्म 'उस्ताद होटल' के साथ संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
सर्वश्रेष्ठ गीत रहा, फिल्म 'चिट्टागॉन्ग' का 'बोलो न...', जिसके लिए प्रसून जोशी को सर्वश्रेष्ठ गीतकार तथा शंकर को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का पुरस्कार दिया गया। उधर, सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका का पुरस्कार मराठी फिल्म 'संहिता' के गीत 'पलकें न मूंदूं...' के लिए आरती अंकलेकर टिकेकर को दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ खोजपरक फिल्म का पुरस्कार 'इन्शाल्लाह कश्मीर' को, तथा सर्वश्रेष्ठ तेलुगू फिल्म का पुरस्कार 'ईगा' को प्रदान किया गया, जो हिन्दी में भी 'मक्खी' के नाम से रिलीज़ की गई थी। राष्ट्रीय एकता के लिए दिया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का नरगिस दत्त पुरस्कार मलयालम फिल्म 'थानिचल्लनजान' को दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ बालफिल्म का पुरस्कार हिन्दी फिल्म 'देख इंडियन सर्कस' के हिस्से में आया, जबकि सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म का पुरस्कार हिन्दी की 'दिल्ली सफारी' को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार रहे वीरेंद्र प्रताप तथा मिनोन, जिन्हें यह पुरस्कार क्रमशः हिन्दी फिल्म 'देख इंडियन सर्कस' तथा मलयालम फिल्म '101 चोदियन्गल' में अभिनय के लिए दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ मौलिक पटकथा के लिए हिन्दी फिल्म 'कहानी' के सुजॉय घोष तथा सर्वश्रेष्ठ एडैप्टेड पटकथा के लिए हिन्दी फिल्म 'ओएमजी : ओह माई गॉड' के भावेश मंडालिया को पुरस्कृत किया गया है। इसके अलावा तमिल फिल्म 'विश्वरूपम' में नृत्य के दृश्यों के लिए बिरजू महाराज को सर्वश्रेष्ठ नृत्य निर्देशक का पुरस्कार दिया गया है, जबकि सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार 'कहानी' के लिए ही नम्रता राव को दिया गया।
इसके अलावा कलाकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को फिल्म हिन्दी फिल्म 'कहानी' में उनकी भूमिका के लिए स्पेशल जूरी पुरस्कार दिया गया है, जबकि स्पेशल मेन्शन के तौर पर बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा का भी हिन्दी फिल्म 'इशकज़ादे' में उनकी भूमिका के लिए ज़िक्र किया गया है।
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