सोमवार, 11 मार्च 2013

शिक्षिका नही चाहिए प्रतिनियुक्ति चलेगी


शिक्षिका नही चाहिए प्रतिनियुक्ति चलेगी 
कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय का मामला 
- कई महीने से आदेश रद्दी की टोकरी में 

 बाड़मेर , हर सरकार  कहती है की एक बेटी पढ़ लिख कर नये समज का निर्माण करगी और वह अपनी तरह  कई बच्चियों को तालीम की नई रौशनी से रूबरू करवाएगी लेकिन यह कडवी हकीकत है की आज भी कोई बेटी अपने कदम बेटियों को आगे बढ़ने के लिए उठाती  है तो उसके कदम रोक दिए . ऐसा  ही एक मामला है बाड़मेर के निबनियो की ढाणी  स्थित कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय में देखने को मिल रहा है जहा पर सरकार  के आदेश पर तेनत की गई एक शिक्षिका को पद  तक करने नही दी जा रही है .  इस  में तेनात तीन  अन्य  शिक्षिकाये सरकार  के प्रतिनियुक्ति निरस्त  करने के आदेशो को धत्ता बताकर काम कर रही है . जानकारी के मुताबित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विधालय निबानियो  की ढाणी  की प्रधानध्यापिका  प्रमिला  चोधरी ने संयुक्त निदेशक बीकानेर उसे कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय में नियुक्ति देने की मांग की है . ज्ञापन के मुताबित साल 2012 के अगस्त महीने की 29 तारिक को जोधपुर में हुए साक्षत्कार में उसका चयन कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय के लिए किया गया था और बाड़मेर आने पर उसे प्राप्त आदेशो के मुताबित उसे कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय निम्बनियो की ढाणी  में पद स्थापना देने के आदेश दिया गए लेकिन जब कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय  निबनियो की ढाणी  पहुची तो वह पर उसे पद भर ग्रहण  नही करवाया गया . उसे बताया  गया की कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय निबनियो की ढाणी  में तिन अध्यापिकाओ के पद है जिसे प्रतिनियुक्ति के जरिये भर दिया गया है जबकि उसके पास कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय निबनियो की ढाणी  में पद पदस्थापना  के आदेश थे . इस पर उसने जिला परियोजना अधिकारी एस एस ए से मुलाकत की तो उन्होंने भी पद खली न होने की बात कही इस पर उसने सयुक्त निदेशक बीकानेर के  पत्र  को दिखाया जिसमे उसे वह पदस्थापित करने के आदेश दिया गए थे बावजूद उसके उसे वह पद स्थापित नही किया जा रहा . चोधरी ने सयुक्त निदेशक से मामले पर गंभीरता बरतने की गुहार की है .इस पुरे मेल में जहा कई पेच है एक तरफ इस मेल में शिक्षिका को दूसरी जगह काम थमने की कोशिसे भी चल रही है व्ही मामले पर कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय से जुड़े अधिकारी बनना राम चोधरी बताते है की इस मामले में हमने किसी तरह की कोई गफलत पैदा नही की लेकिन प्रमिला  चोधरी को कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय निबानियो की ढाणी  में पद स्थापना क्यों नही दी गई इस सवाल पर वह भी खामोस नजर आते है . कस्तूरबा गाँधी आवासीय विधालय निबानियो की ढाणी में कई मर्तबा बालिकाओ के साथ अभद्र व्यवहार और पोषाहार में अनियमितता की बाते सामने आती रही है लेकिन पहली बार ऐसा  भी सामने आ रहा है की यह बालिकाओ के साथ ही नही शिक्षिकाओ के साथ भी सरकारी कायदों को ताक  पर रख कर मानसिक तनाव देकर परेशां किया जा रहा  है 

1 टिप्पणी:

  1. बहुत उम्दा प्रस्तुति आभार

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    अर्ज सुनिये

    आप मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे

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