रविवार, 31 मार्च 2013

डॉक्टर ने 3 साल के बच्चे का लिंग काटा, इलाज के नाम पर किया था भर्ती

डॉक्टर ने 3 साल के बच्चे का लिंग काटा, इलाज के नाम पर किया था भर्ती

देवलापार. क्षेत्र के टुय्यापार ग्राम में रहने वाले सुरेन्द्रसिंग राठौर की विवाहित बेटी अंजु अमरसिंग भट्टेचोर निवासी अडेगांव त. मौदा ने यह आरोप लगाया है कि उसके तीन साल के बच्चे का लिंग कामठी के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने ऑपरेश्न के दौरान काट डाला।

जानकारी के अनुसार कामठी (कन्हान) स्थित हायटेक हॉस्पिटल में अंजु ने अपने बच्चे अंशु को इलाज के लिए ले गई। अंशु शरीर व दिमाग से पूरी तरह स्वस्थ है।

केवल उसे हाल ही में पेशाब करने में परेशानी हो रही थी। इसलिए अंजु ने रामटेक के डॉ. आष्टनकर को अंशु को दिखाया। उन्होंने 8 दिन की दवा देकर 8 दिन बाद आने को कहा। 8 दिन बाद भी आराम नहीं लगने पर अंजु डॉ. आष्टनकर के पास पहुंची।डॉ. ने जांच कर कामठी के हायटेक हास्पिटल ने जाने की सलाह दी। उसी आधार पर अंजु अपने परिवार एवं बच्चे को लेकर हायटेक हॉस्पिटल पहुंची। वहां मौजूद डॉ. संदीप जैन को अपने बच्चे की परेशानी की जानकारी दी। डॉ. जैन ने बच्चे का चेकअप कर उसका एक छोटा ऑपरेश्न करने की बात परिवार के लोगों को बताई। और कहा की जिसका खर्च 25 से 30 हजार रुपए आएगा। अंजु की आर्थिक परिस्थिति कमजोर होने के बावजूद उसने बच्चे के ऑपरेश्न करने की मंजुरी दी। डॉ. जैन ने बच्चे को भर्ती कर ऑपरेशन किया। ऑपरेशन में डॉ. ने बच्चे का पूरा लिंग ही काट डाला।

और कुछ समय बाद नागपुर के मेयो अस्पताल में बच्चे को लेजाने की सलाह दी। परिवार के लोगों ने अंशु को मेयो अस्पताल में 10 से 12 दिन भर्ती रखा, फिर अंशु को मेडिकल रेफर किया गया। वहां के चिकिस्तको ने परिवार के लोगों को बताया की बच्चे का लिंग काटने की कोई आवश्यकता नहीं थी। यहा पर बच्चे का ऑपरेशन कर पेट से नली डाली गई, जिससे वो पेशाब कर रहा है। अंजू ने हायटेक हास्पिटल के चिकित्सक के खिलाफ कामठी पुलिस स्टेशन में 20 मार्च को शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

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