रविवार, 10 फ़रवरी 2013
सीमा सुरक्षा बल के देशभर के सैकड़ो जवानो की भागीदारी के बीच शनिवार को संपन्न शूटिंग महाकुंभ
दिखा जज्बे व तजुर्बे का जलवा
किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज से। सीमा सुरक्षा बल के देशभर के सैकड़ो जवानो की भागीदारी के बीच शनिवार को संपन्न शूटिंग महाकुंभ ने सरहदी जैसलमेर जिले का नाम इतिहास के पन्नो पर दर्ज करवा दिया। भारत-पाक सीमा के नजदीक स्थित किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज सीमा सुरक्षा बल की "फायर पावर" की साक्षी बनी। शार्प शूटर्स का जज्बे व तजुर्बे का बेहतर तालमेल प्रतियोगिता के दौरान देखने को मिला।
गौरतलब है कि सीमा सुरक्षा बल ने कुछ समय पूर्व किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज का निर्माण किया है। रेंज में सीमा सुरक्षा बल की ओर से पहली बार आयोजित पांच दिवसीय 43वीं अंतरसीमांतीय सपोर्ट वेपन्स प्रतियोगिता में सीमा सुरक्षा बल के सभी सीमांतों के करीब 600 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें अधिकारी तथा जवान दोनों शामिल हुए। प्रतियोगिता में सभी सीमांतों के प्रतिभागियों ने 81 एमएम मोर्टर तथा मिडियम मशीन गन का इस्तेमाल करते हुए अपनी फायर पावर और सटीक निशानेबाजी का बेहतरीन ढंग से प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखने के लिए प्रतिभागियों को अपने प्रतिस्पर्घियो से कड़ा मुकाबला करना पडा।
पांच दिन तक थर्राई रेंज
लगातार पांच दिन तक किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज में 81 एमएम मोर्टर के गोलों की गूंज व मिडियम मशीन गन की ताबड़तोड़ फायरिंग की गड़गड़ाहट का दौर बना रहा। शार्प शूटर्स ने मुश्किल टारगेटों को भी अपने अचूक निशानों से ध्वस्त कर अपनी दक्षता का बोध दुनिया को करा दिया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर रात्रि फायर, दूरी पर स्थित अदृश्य टारगेट को डाटा लेकर नेस्तानाबूत करने का प्रदर्शन किया गया।
नॉर्थ बंगाल व गुजरात सीमान्त का दबदबा
81 एमएम मोर्टर की प्रतियोगिता में नॉर्थ बंगाल प्रथम तथा जम्मू सीमांत द्वितीय रहे। एमएमजी की प्रतियोगिता में गुजरात सीमान्त प्रथम तथा राजस्थान सीमान्त द्वितीय रहे। प्रतियोगिता का समापन सीमा सुरक्षा बल के नवनियुक्त महानिदेशक सुभाष जोशी के मुख्य आतिथ्य मे हुआ। उन्होने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और इस समारोह के आयोजन मे सहयोग देने वाले कार्मिकों तथा अधिकारियों के प्रयासो को सराहनीय व प्रशंसनीय बताया। समारोह में राजस्थान सीमान्त के महानिरीक्षक पीसी मीणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समापन समारोह के दौरान अतिरिक्त महानिदेशक (पश्चिम) हिम्मतसिंह, उप महानिरीक्षक डॉ. बीआर मेघवाल, महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) जेबी सागवान अदि मौजूद थे।
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