गृहराज्यमंत्री को राज्यसभा में लगी फटकार
नई दिल्ली। देश में कितने आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) के अधिकारी पिछले साल अपराधिक मामलों में अभियुक्त बनाए गए हैं, इसका आंकड़ा नहीं मिलने पर राज्यसभा के सभापति डा. हामिद अंसारी ने बुधवार को केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री की खिंचाई की। डा. अंसारी प्रश्नकाल के दौरान इस सवाल का अधूरा जवाब मिलनेपर इतने नाराज हुए कि उन्होंने गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह को बाद में बोलने भी नहीं दिया और इस सवाल को स्थगित करते हुए उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान बाद में इसका पूरा जवाब दिया जाएगा।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के टीके रंगराजन ने एकलिखित प्रश्न में यह पूछा कि वर्ष 2012 के अंत तक कितने आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया। उनमें से कितने निलंबित हुए और कितने गिरफ्तार हुए। सिंह ने कहा कि हमें केवल 11 राज्यों में ही सूचना मिली है। यह सुनते ही विपक्षी सदस्य उखड़ गए। भाजपा के वेंकैया नायडू ने सभापति डा. अंसारी से कहा कि इस सवाल को स्थगित किया जाए क्योंकि सरकार के पास पूरी जानकारी नहीं है। पूरी सूचना एकत्र होने के बाद ही इसका जवाब आना चाहिए।
इस पर डा. अंसारी ने भी कहा कि किसी सवाल का आशिंक जवाब नहीं दिया जाएगा। तभी सिंह को उनके मंत्रालय के अधिकारियों ने कागज का एकपुर्जा भेजा, तब उन्होंने कहा कि मेरे पास इसका जवाब है। लेकिन डा. अंसारी ने उन्हें बोलने नहीं दिया। विपक्षी सदस्य सरकार के इस अधूरे जवाब पर टीका-टिप्पणी करते रहे। सिंह ने दोबारा डा. अंसारी की तरफ मुखातिब होकर कहा कि मेरे पास इस प्रश्न का जवाब है। लेकिन डा. अंसारी नहीं माने, उन्होंने उन्हें बोलने नहीं दिया। विपक्षी सदस्यों ने जानना चाहा कि इसका जवाब कब मिलेगा तो ड़ा. अंसारी ने कहा कि इस सत्र में जवाब दे दिया जाएगा।. उसके बाद चुपचाप डा. सिंह अपनी सीट पर बैठ गए।
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