इंफाल. मणिपुर में आर्मी के एक सीनियर अफसर को ड्रग्स की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया है। इंफाल में पिछले चार सालों से सेना के पीआरओ के तौर पर तैनात कर्नल अजय चौधरी को रविवार को हिरासत में लिया गया। चौधरी के अलावा पांच स्थानीय नागरिकों और एक टेरिटोरियल आर्मी के एक सैनिक को भी हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार लोगों में इंडिगो एयरलाइंस का एक कर्मचारी भी शामिल है। इंटरनेशनल मार्केट में ड्रग्स की कीमत 15 से 20 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग अलग-अलग वाहनों में कई ब्रांड की टैबलेट लेकर मोरेह की ओर जा रहे थे। मोरेह भारत और म्यांमार की सीमा के पास का गांव है। म्यांमार में ड्रग्स की काफी डिमांड है। यह ड्रग्स तीनों वाहनों की छत पर लदी हुई थी। इन्हें स्थानीय पुलिस कमांडो ने हिरासत में लिया। सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में कई और लोगों के नाम सामने आने की उम्मीद है।
हिरासत में लिए जाने के बाद कर्नल अजय चौधरी ने एक वरिष्ठ सेना के अधिकारी का नाम लिया है जिसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। अजय चौधरी का कहना था कि उनसे सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के भतीजे ने दवाइयों के पैकेट लाने को कहा था। वह म्यांमार की सीमा पर उनका इंतजार कर रहा था। जब वह पैकेट लेकर वापस आ रहे थे तो कमांडों ने उन्हें रोक लिया।
सेना के दूसरे पीआरओ जगदीप दहिया ने कर्नल अजय चौधरी के गिरफ्तार होने की बात स्वीकार की है। कानून के खिलाफ काम किया है तो कानून के तहत ही उन पर कोई कार्रवाई की जाएगी। कर्नल चौधरी और उनके साथ पकड़े गए लोगों के पास से प्रतिबंधित दवाइयों के दो लाख टैबलेट के स्ट्रिप्स बरामद हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग अलग-अलग वाहनों में कई ब्रांड की टैबलेट लेकर मोरेह की ओर जा रहे थे। मोरेह भारत और म्यांमार की सीमा के पास का गांव है। म्यांमार में ड्रग्स की काफी डिमांड है। यह ड्रग्स तीनों वाहनों की छत पर लदी हुई थी। इन्हें स्थानीय पुलिस कमांडो ने हिरासत में लिया। सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में कई और लोगों के नाम सामने आने की उम्मीद है।
हिरासत में लिए जाने के बाद कर्नल अजय चौधरी ने एक वरिष्ठ सेना के अधिकारी का नाम लिया है जिसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। अजय चौधरी का कहना था कि उनसे सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के भतीजे ने दवाइयों के पैकेट लाने को कहा था। वह म्यांमार की सीमा पर उनका इंतजार कर रहा था। जब वह पैकेट लेकर वापस आ रहे थे तो कमांडों ने उन्हें रोक लिया।
सेना के दूसरे पीआरओ जगदीप दहिया ने कर्नल अजय चौधरी के गिरफ्तार होने की बात स्वीकार की है। कानून के खिलाफ काम किया है तो कानून के तहत ही उन पर कोई कार्रवाई की जाएगी। कर्नल चौधरी और उनके साथ पकड़े गए लोगों के पास से प्रतिबंधित दवाइयों के दो लाख टैबलेट के स्ट्रिप्स बरामद हुए हैं।
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