मंगलवार, 1 जनवरी 2013
दुष्कर्मियों को फांसी देने के खिलाफ हैं खाप पंचायत
हिसार। भारत में अपने तालिबानी तर्ज पर फरमान जारी करने वाली खाप पंचायत ने अब गैंगरेप के दोषियों को फांसी की सजा दिलवाए जाने का विरोध किया है। केंद्र सरकार द्वारा इस घटना के आरोपियों को कोर्ट में फांसी देने की मांग करने पर पंचायत ने नाराजगी जाहिर की है।
हिसार में हुई खाप पंचायत में कहा गया कि सरकार जल्दबाजी में कोई भी ऐसा कानून न बनाए जिसका दुरुपयोग होने की संभावना हो। खाप नेता सूबे सिंह ने यहां के एक गांव में कहा कि अधिकारियों को गैंगरेप के मामले पर जारी जन विरोधों और इसके आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग को देखते हुए भावनाओं में नहीं बहना चाहिए। उनका कहना है कि हमने दहेज विरोधी कानून और एससी-एसटी कानून का दुरुपयोग होते देखा है। ऐसा कोई कानून जो ऐसी कड़ी सजा देता हो, उसका दुरुपयोग होने की भी संभावना ज्यादा है। खाप नेता के बयान की प्रदर्शनकारियों ने आलोचना की और इसे हरियाणा के मामलों में दुष्कर्मियों को बचाने की कोशिश बताया।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमेंस ऐसोसिएशन की महासचिव जगमती संगवान ने कहा कि हरियाणा में 20 गैंगरेप हुए हैं जिनमें कई लोग शामिल हैं। खाप पंचायतें उन लोगों को बचाने की कोशिश कर रही हैं। इस समर्थन से महिलाओं के प्रति अनादर को और बढ़ावा मिलेगा।
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