रविवार, 13 जनवरी 2013

शहीद हेमराज के परिजनों ने अनशन तोड़ा, सिर लेने की मांग पर अड़ें

Martyr's Hemraj family to end the hunger strike

पाक फौज की बर्बरता का शिकार हुए दो भारतीय फौजी में से एक शहीद हेमराज के परिजनों ने अनशन समाप्त कर दिया है। मथुरा के सांसद हेमंत चौधरी ने उनका अनशन तुड़वाया। परिजन अनशन तोड़ने के बाद भी हेमराज का सिर लाने की मांग पर अड़ें हैं। वह शनिवार को हेमराज की अंत्येष्टि के साथ ही उसके सिर को लाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। इस अनशन में अन्य गांववाले भी उनके साथ थे। गांववाले राज्य सरकार और केंद्र सरकार की बेरुखी से दुखी हैं।

जनप्रतिनिधियों की बेरुखी व सरकार की उदासीनता शहीद हेमराज की मां व पत्नी के नश्तर सी चुभ रही है। यही कारण है कि अंतिम समय में बेटे-पति की सूरत न देख पाने की पीड़ा आक्रोश बन गई है। शहीद की पत्नी व मां हेमराज के शीश [सिर] के लिए अंत्येष्टि स्थल पर ही भूख-हड़ताल पर बैठ गई हैं।

मथुरा के कोसी क्षेत्र के गांव खैरार में शनिवार को शहीद हेमराज की अंत्येष्टि स्थल पर परिजनों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे। मां मीना देवी व पत्‍‌नी धर्मवती ने केंद्र सरकार से हेमराज का सिर लाकर देने की मांग की।

परिजन व ग्रामीणों को मनाने मौके पर एसडीएम एके मिश्रा पहुंचे। मिश्रा ने शहीद के नाम से डिग्री कॉलेज बनवाने, सड़क निर्माण, बतौर मुआवजा 25 लाख रुपये, तीन एकड़ जमीन देने का आश्वासन दिया, लेकिन कोई भी सौगात उन्हें मनाने में कामयाब नहीं रही। ग्रामीणों व परिजनों का कहना था कि जब मध्य प्रदेश के शहीद सुधाकर सिंह के अंत्येष्टि में वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहुंच सकते हैं तो हेमराज के अंत्येष्टि में केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि क्यों नहीं शामिल हुए।

मालूम हो कि इन दोनों जवानों की हत्या पाकिस्तानी सेना ने गत मंगलवार को कर दी थी और दोनों शवों को क्षत विक्षत करते हुए सुधाकर का सिर काटकर अपने साथ ले गए थे। मथुर में गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि दाह संस्कार से पूर्व शहीद का चेहरा उन्हें नहीं दिखाया गया। अंत्येष्टि के लिए चंदन की लकड़ी तक की व्यवस्था नहीं की गई। रात को दाह संस्कार कराया गया।

धरने में बैठे परिजनों को मनाने मांट के विधायक श्याम सुंदर शर्मा भी पहुंचे। उनकी गुजारिश पर ग्रामीणों ने तो भूख हड़ताल समाप्त कर दी, लेकिन शहीद की मां व पत्‍‌नी की जारी है। इसकी वजह से शहीद की पत्‍‌नी की हालत बिगड़ गई है।

शनिवार पूरे दिन केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के शहीद के गांव में आने की सूचना हवा में तैरती रही। प्रशासनिक अमला भी सक्रिय रहा, लेकिन शाम को जिलाधिकारी समीर वर्मा ने बताया कि रक्षा राज्य मंत्री का आगमन फिलहाल निरस्त हो गया है। मुख्यमंत्री के आगमन की घोषणा है, लेकिन कब तक आएंगे, इसकी कोई जानकारी नहीं है।

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