शव के टुकड़े किए और खा गए मजदूर
डिब्रूगढ़। असम के तिनसुकिया में चाय बागान के मालिक मृदुल कुमार भट्टाचार्य की हत्या में शामिल एक आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि भट्टाचार्य के बंगले को आग के हवाले करने से पहले उनके शव के टुकड़े-टुकड़े किए गए थे। बाद में पांच आरोपियों ने उन टुकड़ों को खा लिया था।
गौरतलब है कि 24 मजदूरों ने भट्टाचार्य को बंगले को आग के हवाले कर दिया था। उन्होंने भट्टाचार्य और उसकी पत्नी रीटा की हत्या कर दी थी। रविवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी संतोष कुमार धान ने पुलिस को बताया कि मांस को खाने के बाद हमलावरों ने उल्टियां कर दी थी।
भट्टाचार्य की पत्नी के सिर पर हमला किया गया था,जिससे उसकी मौत हो गई थी। बाद में हमलावार भट्टाचार्य के स्टोर रूम में गए। स्टोरकीपर से जबरन चाबी ली। स्टोर रूम से पेट्रोल के कैन लिए और बंगले को आग लगा दी। बंगले को आग लगाने से पहले भट्टाचार्य और उनकी पत्नी के शवों को घर में फेंक दिया था।
सोमवार को पुलिस की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में धान ने ये खुलासे किए। प्रेस कांफ्रेंस में एडिशनल एसपी नुमल महाता और सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर सिलादित्य चेतिया मौजूद थे। धान ने बताया कि वह भट्टाचार्य के तिनसुकिया स्थित चाय बागान में काम करता था। किसी बात को लेकर उसका भट्टाचार्य से विवाद हो गया था।
भट्टाचार्य ने पांच साल पहले उसे चाय बागान से निकाल दिया था। अन्य आरोपी दूसरे चाय बागानों में काम करते थे। तिनसुकिया के डीएसपी पृथीपाल सिंह ने बताया कि यह प्री प्लान मर्डर था। हत्या में शामिल 15 आरोपियों की पहचान कर ली गई है। मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य दो आरोपी सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गए हैं। अन्य 13 आरोपी फरार हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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