श्रम मंत्री के बेटे की शादी में बच्चों से मजदूरी!
बेंगलूरू। नेता जो कहते हैं उसका खुद ही पालन नहीं करते। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला केन्द्रीय श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे की शादी में। बेंगलूरू में मंत्री के बेटे की शादी में करीब 12 बच्चों को मजदूरी करते हुए देखा गया।
पैलेस ग्राउंड में रखे गए शादी के समारोह में कर्नाटक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। कुछ लड़कियों को प्लेट साफ करने के लिए रखा गया था। वहीं चार बच्चे झूठा छोड़ा गया खाना उठा रहे थे। वीआईपी गेस्ट के टेबल साफ कर रही एक बच्ची से पूछा गया कि उसे यहां कौन लाया तो उसने एक आदमी की तरफ इशारा करते हुए बताया कि वह उसी के निर्देश पर काम कर रही है।
अन्य बच्चों को खाने की गाड़ी को ढोते हुए,टेबलों को सरकाते हुए और परिसर की सफाई करते हुए देखा गया। जब मंत्री जी से बाल मजदूरी के कानून के उल्लंघन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किचन में काम करने वाले बच्चों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कैटरिंग का कांट्रेक्ट एक ठेकेदार को दिया गया था। मैंने उससे साफ कहा था कि कोई बच्चा मत लाना।
बेंगलूरू। नेता जो कहते हैं उसका खुद ही पालन नहीं करते। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला केन्द्रीय श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे की शादी में। बेंगलूरू में मंत्री के बेटे की शादी में करीब 12 बच्चों को मजदूरी करते हुए देखा गया।
पैलेस ग्राउंड में रखे गए शादी के समारोह में कर्नाटक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। कुछ लड़कियों को प्लेट साफ करने के लिए रखा गया था। वहीं चार बच्चे झूठा छोड़ा गया खाना उठा रहे थे। वीआईपी गेस्ट के टेबल साफ कर रही एक बच्ची से पूछा गया कि उसे यहां कौन लाया तो उसने एक आदमी की तरफ इशारा करते हुए बताया कि वह उसी के निर्देश पर काम कर रही है।
अन्य बच्चों को खाने की गाड़ी को ढोते हुए,टेबलों को सरकाते हुए और परिसर की सफाई करते हुए देखा गया। जब मंत्री जी से बाल मजदूरी के कानून के उल्लंघन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किचन में काम करने वाले बच्चों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कैटरिंग का कांट्रेक्ट एक ठेकेदार को दिया गया था। मैंने उससे साफ कहा था कि कोई बच्चा मत लाना।
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