'जालोर उत्सव हो हमारे लिए ऐतिहासिक'
उत्सव इसलिए रहेगा याद
जालोर जालोर उत्सव हमारे लिए ऐतिहासिक है। यह उत्सव आम लोगों से जुड़ा होना चाहिए। उत्सव में प्रत्येक आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए मनोरंजन आवश्यक है। उत्सव को सफल बनाने के लिए सभी को प्रयास करना होगा। तभी उत्सव को नई पहचान मिल सकेगी। यह बात कलेक्टर राजन विशाल ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जालोर उत्सव को लेकर हुई बैठक में कही। उन्होंने कहा कि जालोर उत्सव में जालोर से जुड़ी संस्कृति, धार्मिक व जीवन शैली को प्रदर्शित करना होगा। जिससे जिलेवासियों को जालोर उत्सव अपना सा लगे। इसके लिए मनोरंजनात्मक प्रतियोगिता के साथ ही युवाओं के लिए कॅरियर गाइड, पर्यटकों के मनोरंजन के कार्यक्रम व जालोर की कलात्मक वस्तुओं के स्टॉल लगानी होंगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उत्सव के पहले दिन निकाली जाने वाली शोभायात्रा में कई प्रकार की आकर्षक व मनोरंजक झांकियां भी होनी चाहिए। जालोर उत्सव हर किसी के लिए यादगार साबित होना चाहिए। बैठक के दौरान पर्यटन विभाग के निदेशक भानूप्रताप सिंह, कॉलेज प्राचार्य एच.एस. मीणा व जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर समेत कई जनों ने जालोर उत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए एक से एक बेहतर सुझाव दिए। इस दौरान उत्सव में होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर विभिन्न विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारियां भी सौंपी गईं। इस मौके एसडीएम प्रदीप बालाच, नगर परिषद आयुक्त राधेश्याम मीणा, सूचना विज्ञान अधिकारी संजय रामदेव, जालोर तहसीलदार हेतराम, डिस्कॉम अधीक्षण अभियंता के.के. शाह, अधिवक्ता बलवंत राव व स्पिक मैके के संयोजक अभिनव सुथार समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
ये दिए सुझाव
बैठक में पर्यटन विभाग माउंट के उपनिदेशक भानूप्रताप सिंह ने जालोर उत्सव को लेकर विभिन्न सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि जालोर उत्सव में बैंड धुन पर कैमल रैली, कैमल रेस, कैमल डेकोरेशन, कैमल फर कटिंग, भेड़ फर कटिंग, ग्रेनाइट स्टोन प्रोडक्ट की स्टॉल, कबड्डी प्रतियोगिता, हॉर्स सफारी, गीत व डांस कॉम्पीटिशन, हॉट एयर बैलून, रॉक क्लामिंग, हास्य कवि सम्मेलन, बाड़मेर व जैसलमेर के लोक कलाकारों का ओपन कॉम्पीटिशन, महिलाओं के लिए रंगोली, म्यूजिकल चेयर व मेहंदी प्रतियोगिताओं के आयोजन और जिले की कलात्मक वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाने समेत कई सुझाव दिए। इसके अलावा कॉलेज प्राचार्य मीणा ने युवाओं के लिए कॅरियर गाइड व जालोर की ऐतिहासिक व पुरातत्व वस्तुओं की स्टॉल लगाने, अतिरिक्त एएसपी पृथ्वीराज मीणा ने आर्मी बैंड, पुलिस डॉग शो व मोटर साइकिल स्टंट के आयोजन के सुझाव दिए।
बैठक में सौंपी जिम्मेदारी
जालोर उत्सव के सफल आयोजन के लिए बैठक में वििन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसमें ग्रेनाइट स्टॉल प्रदर्शनी के लिए उद्योग विभाग, ऊंटों की सजावट, गुड़दौड़ व ऊंट दौड़ के लिए पशुपालन विभाग, जोधपुर से ऊंट लाने के लिए ट्रांसपोर्ट को, वन क्षेत्र भ्रमण और उनकी सफाई के लिए वन विभाग, खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए खेल विभाग को, महिलाओं व गल्र्स के लिए मेहंदी, रंगोली व डांस प्रतियोगिता में लिए महिला कॉलेज, युवाओं की गाइडिंग के लिए बॉयज कॉलेज व कॅरियर गाइड के लिए जिला रोजगार अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई।
खस्ताहाल रोड ठीक करवाने के निर्देश
बैठक के दौरान कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को जनवरी तक भीनमाल बाइपास रोड और जालोर-जोधपुर वाया रोहिट सड़क मार्ग सहित शहर की सड़कों को ठीक करने के निर्देश दिए। साथ ही भीनमाल से कॉलेज तिराहे तक क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत करने के भी निर्देश दिए। जिस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने तय समय सीमा में काम पूरा करने का भरोसा दिलाया।
उत्सव इसलिए रहेगा याद
फरवरी में होने वाले जालोर उत्सव के लिए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसको लेकर गुरुवार को बैठक आयोजित कर जिम्मेदारियां बांटी गई। ज्ञात रहे दैनिक भास्कर ने जालोर उत्सव के आयोजन को लेकर खबरें प्रकाशित कर इसके लिए पहल की थी। उत्सव को ऐतिहासिक व यादगार बनाने के लिए इस बार अनेक रोचक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
आपका है उत्सव, आप भी पधारें
जालोर उत्सव पूरे जिलेवासियों का है। इसमें जालोर की संस्कृति, यहां के जीवन शैली की झलक पेश की जाएगी। उत्सव में ऐतिहासिक धरोहर के साथ कलात्मकता के बारे में भी जिलेवासियों को दायित्व बोध करवाया जाएगा। इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है।
यहां मिलेगा मौका
तीन दिवसीय जालोर उत्सव में महिलाओं, युवाओं व निशक्तजनों के लिए भी प्रतियोगिताएं होंगी। उत्सव में मनोरंजन के लिए घुड़दौड़ व ऊंट दौड़ प्रतियोगिता होगी। इसके अलावा जिले के युवाओं तथा महिलाओं एवं युवतियों तथा बच्चों के लिए भी अनेक प्रतियोगिताएं होंगी।
जालोर को मिलेगी पहचान
जालोर उत्सव के आयोजन से जिले को नई पहचान मिलेगी। उत्सव के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने वाले पर्यटकों को जालोर की संस्कृति और यहां के सुरम्य वातावरण को जानने का मौका मिलेगा। साथ ही युवाओं को भी यहां की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
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