शुक्रवार, 21 दिसंबर 2012

डॉ. आईदान सिंह भाटी का किया अभिनंदन



डॉ. आईदान सिंह भाटी का किया अभिनंदन


एसबीके कॉलेज में आयोजित समारोह में सेवानिवृत्ति पर किया सम्मान

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 जैसलमेरएसबीके राजकीय महाविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता एवं राजस्थान साहित्य अकादमी से सूर्यमल्ल मिसण पुरस्कार से सम्मानित राजस्थानी के मूर्धनीय कवि डॉ. आईदान सिंह भाटी का नागरिक अभिनंदन एवं सेवानिवृत्ति का भव्य समारोह गुरुवार को महाविद्यालय सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जेके पुरोहित ने कहा की। प्राचार्य ने कहा कि डॉ.आईदानसिंह भाटी माड, मरु और मौलिकता से लबरेज कवि ही नहीं वरन एक संजीदा व्यक्तित्व के धनी ओर कुशल प्रशासक भी है। इस अवसर पर महाविद्यालय स्टॉफ एवं सहायक स्टॉफ द्वारा भाटी का सम्मान किया गया। एकल काव्य पाठ में डॉ. भाटी ने चुनिंदा रचनाएं 'गांधी थारे देस में आजादी..... जठै देखलौ भरी पंरात उठै नाचलौ सारी रात ... काळ चिड़ी कबडाळ चिड़ी....... जैसी कविताएं प्रस्तुत की। इस अवसर पर पूर्व उप प्राचार्य पीएन कप्टा एवं डॉ. बीकेजी पुरोहित ने भी विचार प्रकट किए। स्टॉफ सचिव मोटाराम सोउ ने डॉ. भाटी के कृतित्व पर प्रकाश डाला। अशोक दलाल ने डॉ. भाटी को खरी सच्चाई को मुंह के सामने रखने वाला व्यक्तित्व बताया, डॉ. उम्मेद सिंह इंदा ने भाटी को देशज शैली का पुरोधा एवं थार मांड और मरु भूमि में अलग साहित्यिक पहचान रखने वाला अनूठा व्यक्तित्व बताया, डॉ. शशि गुप्त, डॉ. भाटी के व्यक्तित्व की विनोद शीलता पर प्रकाश डाला। संजय अखावत ने उनकी प्रशासनिक कार्य शैली को अनुकरणीय बताया। छात्र संघ अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह सोढ़ा ने भी डॉ. भाटी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अशोक तंवर ने किया।

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