विषाक्त रोटी खिलाकर भाग गई "दुल्हन"
बारां। अटरू थाना क्षेत्र के कुंजेड़ गांव में दो दिन पहले सत्तर हजार रूपए में नाते लाई गई युवती शनिवार रात पति व सास-ससुर को विषाक्त रोटी खिलाकर कुछ नकदी व सामान लेकर फरार हो गई। रविवार सुबह पड़ोसियों को पता लगने पर उन्होंने माता-पिता व बेटे को अचेतावस्था में यहां जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। रविवार रात को ससुर को गंभीर अवस्था में कोटा रैफर कर दिया।
चिकित्सालय में भर्ती महावीर सुमन (30) पुत्र गोपाल सुमन ने बताया कि वह 12 अक्टूबर को बपावर थाना क्षेत्र के डूंगरपुर गांव निवासी हीरालाल सुमन को 70 हजार रूपए नकद देकर स्वयं के लिए एक युवती विनिता को नाते लाया था। उस दिन तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन दूसरे दिन शनिवार को विनिता ने आलू की सब्जी व रोटी बनाई। खाना खाने के बाद उसकी, उसके पिता गोपाल (60) व मां कालीबाई (55) को गहरी नींद आ गई। सवेरे पड़ोसियों ने उन्हें अचेतावस्था में जगाया, तब विनिता लापता थी। वह करीब 18 सौ रूपए नकदी, एक मोबाइल, चांदी की एक जोड़ी तोड़ी व तीन जोड़ी बिछुड़ी भी ले गई।
ऎसे हुआ था सौदा
महावीर व उसके मामा पप्पू सुमन ने बताया कि उसके रिश्तेदार बपावरकलां निवासी महावीर सुमन व उसकी पत्नी सुमन ने नाता प्रथा से विवाह कराने का भरोसा दिया था। इसके बाद उन्होंने डूंगरपुर निवासी हीरालाल सुमन से मिलवाया। हीरालाल ने 70 हजार लेकर विनिता को उसके नाता प्रथा के तहत संभला दिया। अटरू थाना पुलिस ने युवती विनिता, हीरालाल व बपावर के महावीर सुमन के खिलाफ धोखाधड़ी कर जान से मारने की नीयत से अज्ञात विषाक्त खिलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
नई मां भी कर गई रूसवां
महावीर ने बताया कि वह गांव में पानी-पताशे का ठेला लगाकर रोजी-रोटी चलाता है। करीब तीन वर्ष पूर्व सर्प दंश से उसकी पत्नी की मृत्यु होने से उसकी दोनों पुत्री मुस्कान (6) व करीना (4) को मां की कमी महसूस होते देख उसने परिजनों के कहने पर विनिता को नाता प्रथा से घर लाया था, लेकिन वह भी दो दिन भी इनका साथ नहीं दे सकी।
बारां। अटरू थाना क्षेत्र के कुंजेड़ गांव में दो दिन पहले सत्तर हजार रूपए में नाते लाई गई युवती शनिवार रात पति व सास-ससुर को विषाक्त रोटी खिलाकर कुछ नकदी व सामान लेकर फरार हो गई। रविवार सुबह पड़ोसियों को पता लगने पर उन्होंने माता-पिता व बेटे को अचेतावस्था में यहां जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। रविवार रात को ससुर को गंभीर अवस्था में कोटा रैफर कर दिया।
चिकित्सालय में भर्ती महावीर सुमन (30) पुत्र गोपाल सुमन ने बताया कि वह 12 अक्टूबर को बपावर थाना क्षेत्र के डूंगरपुर गांव निवासी हीरालाल सुमन को 70 हजार रूपए नकद देकर स्वयं के लिए एक युवती विनिता को नाते लाया था। उस दिन तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन दूसरे दिन शनिवार को विनिता ने आलू की सब्जी व रोटी बनाई। खाना खाने के बाद उसकी, उसके पिता गोपाल (60) व मां कालीबाई (55) को गहरी नींद आ गई। सवेरे पड़ोसियों ने उन्हें अचेतावस्था में जगाया, तब विनिता लापता थी। वह करीब 18 सौ रूपए नकदी, एक मोबाइल, चांदी की एक जोड़ी तोड़ी व तीन जोड़ी बिछुड़ी भी ले गई।
ऎसे हुआ था सौदा
महावीर व उसके मामा पप्पू सुमन ने बताया कि उसके रिश्तेदार बपावरकलां निवासी महावीर सुमन व उसकी पत्नी सुमन ने नाता प्रथा से विवाह कराने का भरोसा दिया था। इसके बाद उन्होंने डूंगरपुर निवासी हीरालाल सुमन से मिलवाया। हीरालाल ने 70 हजार लेकर विनिता को उसके नाता प्रथा के तहत संभला दिया। अटरू थाना पुलिस ने युवती विनिता, हीरालाल व बपावर के महावीर सुमन के खिलाफ धोखाधड़ी कर जान से मारने की नीयत से अज्ञात विषाक्त खिलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
नई मां भी कर गई रूसवां
महावीर ने बताया कि वह गांव में पानी-पताशे का ठेला लगाकर रोजी-रोटी चलाता है। करीब तीन वर्ष पूर्व सर्प दंश से उसकी पत्नी की मृत्यु होने से उसकी दोनों पुत्री मुस्कान (6) व करीना (4) को मां की कमी महसूस होते देख उसने परिजनों के कहने पर विनिता को नाता प्रथा से घर लाया था, लेकिन वह भी दो दिन भी इनका साथ नहीं दे सकी।
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