राजस्थान में अभी फेरबदल नहीं: सीएम
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि फिलहाल राज्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल की अभी कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यहां सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पर कोई सियासी संकट नहीं है। यहां अभी फेरबदल की बातें सिर्फ कयासबाजी ही हैं। यह बात उन्होंने मंगलवार रात पीसीसी कार्यालय में कही।
मुख्यमंत्री गहलोत 4 नवंबर को दिल्ली की रैली की तैयारियों के संबंध में पीसीसी अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान से विचार विमर्श करने आए थे। उन्होंने कहा कि दूदू की सभा के बाद कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। ऎसे में दिल्ली की रैली को सफल बनाने में राजस्थान का अहम योगदान होगा। गहलोत ने करीब डेढ़ घंटे तक पीसीसी अध्यक्ष डॉ चंद्रभान से रैली की तैयारियों के बारे में मंत्रणा की और फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक भी थे।
सालभर से खाली दो पद
पिछले साल नवंबर में गहलोत ने राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था। इस दौरान कैबिनेट स्तर के दो मंत्रियों को हटाया गया था। फिलहाल राज्य मंत्रिमंडल में दो मंत्रियों को लिए जाने की गुंजाइश है।
कयासबाजी भी थमेगी
गौरतलब है कि सीपी जोशी को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद प्रदेश में सत्ता के दो ध्रुव बन गए थे। हालिया केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद राज्य में भी कुछ मंत्रियों को बदले जाने के कयास लगना शुरू हो गए थे। दिल्ली में चार तारीख को आयोजित होने वाली रैली के बाद परिवर्तन होने की संभावना जताई जा रही थी।
प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक और राज्य से सांसद महादेव सिंह खंडेला को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि आलाकमान ने प्रदेश में विरोधी विधायक व नेताओं की बात रखने के लिए यह निर्णय लिया है। ये दोनों नेता प्रदेश में सत्ता व संगठन के खासे नजदीक माने जाते रहे हैं।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि फिलहाल राज्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल की अभी कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यहां सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पर कोई सियासी संकट नहीं है। यहां अभी फेरबदल की बातें सिर्फ कयासबाजी ही हैं। यह बात उन्होंने मंगलवार रात पीसीसी कार्यालय में कही।
मुख्यमंत्री गहलोत 4 नवंबर को दिल्ली की रैली की तैयारियों के संबंध में पीसीसी अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान से विचार विमर्श करने आए थे। उन्होंने कहा कि दूदू की सभा के बाद कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। ऎसे में दिल्ली की रैली को सफल बनाने में राजस्थान का अहम योगदान होगा। गहलोत ने करीब डेढ़ घंटे तक पीसीसी अध्यक्ष डॉ चंद्रभान से रैली की तैयारियों के बारे में मंत्रणा की और फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक भी थे।
सालभर से खाली दो पद
पिछले साल नवंबर में गहलोत ने राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था। इस दौरान कैबिनेट स्तर के दो मंत्रियों को हटाया गया था। फिलहाल राज्य मंत्रिमंडल में दो मंत्रियों को लिए जाने की गुंजाइश है।
कयासबाजी भी थमेगी
गौरतलब है कि सीपी जोशी को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद प्रदेश में सत्ता के दो ध्रुव बन गए थे। हालिया केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद राज्य में भी कुछ मंत्रियों को बदले जाने के कयास लगना शुरू हो गए थे। दिल्ली में चार तारीख को आयोजित होने वाली रैली के बाद परिवर्तन होने की संभावना जताई जा रही थी।
प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक और राज्य से सांसद महादेव सिंह खंडेला को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि आलाकमान ने प्रदेश में विरोधी विधायक व नेताओं की बात रखने के लिए यह निर्णय लिया है। ये दोनों नेता प्रदेश में सत्ता व संगठन के खासे नजदीक माने जाते रहे हैं।
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