भोपाल।इश्क जो न कराए, वो अच्छा! यहां एक लड़की अपने ही पड़ोसी के संग भाग गई। लौटी तब पता चला कि उसने प्रेमी के संग ब्याह रचा लिया है। फिर क्या था, ऐसा हुआ हंगामा कि पुलिस को भी दांतों तले पसीना आ गया, मामला सुलटाने में। प्रेमी युगल लोहा पीटा समाज के हैं।
मामला रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील का है। लोहा पीटा समाज की एक युवती ने 12 अगस्त को अपने ही समाज के एक युवक के साथ भाग कर प्रेम विवाह कर लिया था। युवती के माता पिता की रिपोर्ट पर लड़की भगाने का प्रकरण थाना बेगमगंज में दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने युवक के चाचा को लड़की भगवाने के आरोप में जेल भेज दिया था। तभी से पुलिस उक्त बालिका की तलाश कर रही थी। जैसे-तैसे अब लड़की मिली, तो प्रेमी युगल के परिजन आपस में भिड़ गए।पुलिस मेडिकल कराकर लड़की को अस्पताल से थाने लेकर आ रही थी, तब तक युवती के परिजनों को खबर लग चुकी थी। उन्होंने बीच रास्ते में ही बस स्टैंड पर जाकर पुलिस और लड़की को घेर डाला। वे लड़की को अपने संग ले जाने के लिए पुलिस से धक्का-मुक्की करने लगे।महिला कांस्टेबलने साहस का परिचय देते हुए थाने मोबाइल पर सूचना देकर पुलिस बल बुला लिया और पुलिस किसी तरह उसे थाने ले गई। थाने में लड़का पक्ष के लोग भी पहुंच गए और विवाद की स्थिति बनने लगी तब भारी पुलिस वल एकत्रित हो गया।जहां एक ओर युवती पक्ष के लोग युवक व उसके माता पिता को पकड़ कर लाने पर जोर दे रहे थे वहीं युवती अपने प्रेमी के परिजन के साथ जाने की जिद पर अड़ी थी। उसका कहना था कि वह अपनी मर्जी से गई है और वह बालिग है। वह अपने पति के साथ अपनी ससुराल जाना चाहती है। भागने के बाद पता चला कि प्रसंग था : दोनों ही पक्ष बारिश के दिनों में नगर की कृषि मंडी के सामने चार माह निवास करते हैं। युवक युवती का प्रेम कब परवान चढ़ा यह तो उनके भागने के बाद ही पता चल पाया। पुलिस आज दोनों ही पक्षों को समझाने का प्रयास करती देखी गई। युवती सुमन बाई (परिवर्तित नाम ) के परिजन उसे नाबालिग बता रहे हैं। वहीं युवक वीरा के पक्ष के लोग उसे बालिग बता रहे थे।
मामला रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील का है। लोहा पीटा समाज की एक युवती ने 12 अगस्त को अपने ही समाज के एक युवक के साथ भाग कर प्रेम विवाह कर लिया था। युवती के माता पिता की रिपोर्ट पर लड़की भगाने का प्रकरण थाना बेगमगंज में दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने युवक के चाचा को लड़की भगवाने के आरोप में जेल भेज दिया था। तभी से पुलिस उक्त बालिका की तलाश कर रही थी। जैसे-तैसे अब लड़की मिली, तो प्रेमी युगल के परिजन आपस में भिड़ गए।पुलिस मेडिकल कराकर लड़की को अस्पताल से थाने लेकर आ रही थी, तब तक युवती के परिजनों को खबर लग चुकी थी। उन्होंने बीच रास्ते में ही बस स्टैंड पर जाकर पुलिस और लड़की को घेर डाला। वे लड़की को अपने संग ले जाने के लिए पुलिस से धक्का-मुक्की करने लगे।महिला कांस्टेबलने साहस का परिचय देते हुए थाने मोबाइल पर सूचना देकर पुलिस बल बुला लिया और पुलिस किसी तरह उसे थाने ले गई। थाने में लड़का पक्ष के लोग भी पहुंच गए और विवाद की स्थिति बनने लगी तब भारी पुलिस वल एकत्रित हो गया।जहां एक ओर युवती पक्ष के लोग युवक व उसके माता पिता को पकड़ कर लाने पर जोर दे रहे थे वहीं युवती अपने प्रेमी के परिजन के साथ जाने की जिद पर अड़ी थी। उसका कहना था कि वह अपनी मर्जी से गई है और वह बालिग है। वह अपने पति के साथ अपनी ससुराल जाना चाहती है। भागने के बाद पता चला कि प्रसंग था : दोनों ही पक्ष बारिश के दिनों में नगर की कृषि मंडी के सामने चार माह निवास करते हैं। युवक युवती का प्रेम कब परवान चढ़ा यह तो उनके भागने के बाद ही पता चल पाया। पुलिस आज दोनों ही पक्षों को समझाने का प्रयास करती देखी गई। युवती सुमन बाई (परिवर्तित नाम ) के परिजन उसे नाबालिग बता रहे हैं। वहीं युवक वीरा के पक्ष के लोग उसे बालिग बता रहे थे।
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