बालोतरा में सदस्यता अभियान पोस्टर का विमोचन किया पूर्व गृह मंत्री ने
राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पुरे प्रयास किये जायेंगे ...अमराराम चौधरी
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा बालोतरा में जिले भर में चलाये जाने वाले राजस्थानी भाषा सदस्यता अभियान के पोस्टर का विमोचन संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार उप खंड पाटवी भीखादान चारण ,राजस्थानी छात्र परिषद् के जिला संयोजक रानिदान रावल ,समाजसेवी ओम बांठिया ,तन सिंह जुगतावत ,अशोक ,व्यास राजेन्द्र सिंह कंवरली ,मूलदान आसिया ,कुलदीप पंवार लक्षमण गहलोत ,हीरालाल प्रजापत ,चंदिदान आसिया ,रमेश प्रजापत ,रणजीत पंवार सुनील सुथार ,भारत घांची ,प्रीतम जोशी ,यशपाल प्रजापत हितेश देवड़ा की उपस्थिति में पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी द्वारा किया गया .इस अवसर पर पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा की र्रजस्थानी भाषा से राजस्थान का अस्तित्व जुदा हें ,राजस्थानी के बिना कैसा राजस्थान कैसा ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा समिति ने बाड़मेर जिले में मायड़ भाषा के लिए जो अलख जगाई हें वो पुरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय हें ,उन्होंने समिति के सदस्यता अभियान की सराहना करते हुए कहा की अधिक से अधिक लोगो को समिति से जोड़ कर उद्देश्य की पूर्ति करे ,उन्होंने वादा किया की राज्य में अगली बार भाजपा की सरकार आणि हें ,ऐसे में राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए रास्ता सुगम हो जाएगा ,उन्होंने कहा की बालोतरा में राजस्त्र्हस्नी भाषा के सम्मलेन की जरुरत हें इस अवसर पर शिक्षाविद और समिति के सरंक्षक मूलदान आसिया ने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं मिलाने का खामियाजा युवा वर्ग को भुगतना पद रहा हें उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को राजनीति कारणों तथा बाहरी प्रान्तों के प्रभावशाली लोगो द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत वंचित रखा जा रहा हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा का सम्रध इतिहास हें ,राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें ,उन्होंने कहा की अपनी भाषा के आभाव में हम अपनी पहचान खोते जा रहे हें ,राजस्थानी के बिना राजस्थान की कल्पना बेमानी हें ,उन्होंने कहा की राजनेता वोट की भाषा समझते हें इस बार हम उन्हें उनकी भाषा में राजस्थानी का महत्त्व समझेंगे .उन्होंने कहा की अगला अभियान सुन ले नेता सगला डंके की चौट ,पेली भाषा पछे वोट की तर्ज पर चलेगा जिसमे जो नेता राजस्थानी भाषा के लिए आगे आएगा उन्हें ही समर्थन देंगे .बैठक को संबोधित करते हुए संभाग उप पाटवी भीख्दान चारण ने कहा की हिंदी साहित्य भी राजस्थानी भाषा के बिना अधूरा हें ,उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य की संकल्पना राजस्थानी भाषा पर रची गई हें ,उन्होंने कहा की मीरा ,दादू ,चंदर बरदाई ,कन्हयालाल सेठिया को हिंदी साहित्य से निकाल ले तो हिंदी साहित्य सुन्या होगा ,इस अवसर पर समिति केचिंतन परिषद् के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कंवरली ने कहा की भाषा के आभाव में हमारा समाज कई विक्रतियो के दौर से गुजर रहा हें ,उन्होंने कहा की एक मत से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए आवाज़ बुलंद करने की जरूरत हें ,बैठक को संबोधित करते हुए राणीदान रावल ने कहा की बाड़मेर से राजस्थानी भाषा को मान्यता के उठी आवाज़ संसद तक पहुंची हें ,इस अवसर पर शिक्षक परिषद् के अध्यक्ष तन सिंह जुगतावत ने कहा की राजस्थानी भाषा को मायड़ भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने में राजनीति अडचने आ रही हें ,इस अवसर पर समिति के ओम बांठिया ने कहा की ने कहा की राजस्थानी भाषा की अलख जगाने की मशाल जो बाड़मेर को पकडाई उसे जन जन तक पहुँचाने का पूरा प्रयास किया गया उन्होंने कहा की बाड़मेर में वाहनों पर राजस्थानी भाषा में स्लोगन ,ओखाने लिखने का अभियान शुरू किया जाएगा।।
राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पुरे प्रयास किये जायेंगे ...अमराराम चौधरी
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा बालोतरा में जिले भर में चलाये जाने वाले राजस्थानी भाषा सदस्यता अभियान के पोस्टर का विमोचन संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार उप खंड पाटवी भीखादान चारण ,राजस्थानी छात्र परिषद् के जिला संयोजक रानिदान रावल ,समाजसेवी ओम बांठिया ,तन सिंह जुगतावत ,अशोक ,व्यास राजेन्द्र सिंह कंवरली ,मूलदान आसिया ,कुलदीप पंवार लक्षमण गहलोत ,हीरालाल प्रजापत ,चंदिदान आसिया ,रमेश प्रजापत ,रणजीत पंवार सुनील सुथार ,भारत घांची ,प्रीतम जोशी ,यशपाल प्रजापत हितेश देवड़ा की उपस्थिति में पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी द्वारा किया गया .इस अवसर पर पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा की र्रजस्थानी भाषा से राजस्थान का अस्तित्व जुदा हें ,राजस्थानी के बिना कैसा राजस्थान कैसा ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा समिति ने बाड़मेर जिले में मायड़ भाषा के लिए जो अलख जगाई हें वो पुरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय हें ,उन्होंने समिति के सदस्यता अभियान की सराहना करते हुए कहा की अधिक से अधिक लोगो को समिति से जोड़ कर उद्देश्य की पूर्ति करे ,उन्होंने वादा किया की राज्य में अगली बार भाजपा की सरकार आणि हें ,ऐसे में राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए रास्ता सुगम हो जाएगा ,उन्होंने कहा की बालोतरा में राजस्त्र्हस्नी भाषा के सम्मलेन की जरुरत हें इस अवसर पर शिक्षाविद और समिति के सरंक्षक मूलदान आसिया ने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं मिलाने का खामियाजा युवा वर्ग को भुगतना पद रहा हें उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को राजनीति कारणों तथा बाहरी प्रान्तों के प्रभावशाली लोगो द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत वंचित रखा जा रहा हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा का सम्रध इतिहास हें ,राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें ,उन्होंने कहा की अपनी भाषा के आभाव में हम अपनी पहचान खोते जा रहे हें ,राजस्थानी के बिना राजस्थान की कल्पना बेमानी हें ,उन्होंने कहा की राजनेता वोट की भाषा समझते हें इस बार हम उन्हें उनकी भाषा में राजस्थानी का महत्त्व समझेंगे .उन्होंने कहा की अगला अभियान सुन ले नेता सगला डंके की चौट ,पेली भाषा पछे वोट की तर्ज पर चलेगा जिसमे जो नेता राजस्थानी भाषा के लिए आगे आएगा उन्हें ही समर्थन देंगे .बैठक को संबोधित करते हुए संभाग उप पाटवी भीख्दान चारण ने कहा की हिंदी साहित्य भी राजस्थानी भाषा के बिना अधूरा हें ,उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य की संकल्पना राजस्थानी भाषा पर रची गई हें ,उन्होंने कहा की मीरा ,दादू ,चंदर बरदाई ,कन्हयालाल सेठिया को हिंदी साहित्य से निकाल ले तो हिंदी साहित्य सुन्या होगा ,इस अवसर पर समिति केचिंतन परिषद् के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कंवरली ने कहा की भाषा के आभाव में हमारा समाज कई विक्रतियो के दौर से गुजर रहा हें ,उन्होंने कहा की एक मत से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए आवाज़ बुलंद करने की जरूरत हें ,बैठक को संबोधित करते हुए राणीदान रावल ने कहा की बाड़मेर से राजस्थानी भाषा को मान्यता के उठी आवाज़ संसद तक पहुंची हें ,इस अवसर पर शिक्षक परिषद् के अध्यक्ष तन सिंह जुगतावत ने कहा की राजस्थानी भाषा को मायड़ भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने में राजनीति अडचने आ रही हें ,इस अवसर पर समिति के ओम बांठिया ने कहा की ने कहा की राजस्थानी भाषा की अलख जगाने की मशाल जो बाड़मेर को पकडाई उसे जन जन तक पहुँचाने का पूरा प्रयास किया गया उन्होंने कहा की बाड़मेर में वाहनों पर राजस्थानी भाषा में स्लोगन ,ओखाने लिखने का अभियान शुरू किया जाएगा।।
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