मंगलवार, 16 अक्टूबर 2012

किसानों ने डाला महापड़ाव

किसानों ने डाला महापड़ाव

सुमेरपुर। जवाई बांध के पानी के बंटवारे को लेकर शुरू हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने पर आमादा है। वहीं प्रशासन के लिए भी पानी का बंटवारा गले की फांस साबित हो रहा है।

अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित जवाई जल वितरण समिति की बैठक में भाग लेने के लिए सवेरे से ही किसान जवाई डाक बंगले पहंुचना शुरू हो गए। प्रशासन ने डाक बंगला परिसर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए थे। किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी ने किसानों की सभा में स्पष्ट कर दिया कि किसान अपना हक लेकर ही जाएंगे।

वार्ता के दौरान भी किसानों ने स्थानीय विधायक श्रीमती बीनाकाक व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना विरोध जताया। किसानों को जैसे-तैसे शांत किया गया। इस दौरान किसानों ने डाकबंगले के मार्ग पर अवरोध लगाकर उसे आवागमन के लिए बंद कर दिया। किसान कहने लगे की जब तक मामले का निस्तारण नहीं होता किसी अधिकारी को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।

बंद कमरे में नहीं बनी सहमति
किसानों की सहमति को लेकर अधिकारी बंद कमरे में बैठे। जहां अधिकारियों ने जनप्रतिनिधि व किसानों के साथ बैठकर बिंदूवार समीक्षा की। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद भी दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई। इस बात से नाराज होकर संघर्ष समिति अध्यक्ष ने प्रतिनिधि मण्डल को बाहर बुला लिया। बैठक में जिला दुग्ध उत्पादक संघ अध्यक्ष प्रतापसिंह बिठीया, भंवरसिह चौधरी, रघुवीरसिंह बिसलपुर, नारायणसिंह कोशेलाव, नरपत मदेरणा, श्यामसिंह देवडा, ईश्वरसिंह थुम्बा, तखतगढ पूर्व पालिकाध्यक्ष अम्बादेवी रावल, मानसिंह पाल समेत कई किसान उपस्थित रहे।

जाखामाता मंदिर पर डाला डेरा
महापड़ाव की घोषणा के साथ ही किसानों से जाखामाता मंदिर डेरा डाल दिया। गलथनी ने बताया कि अगर किसानों को पानी नहीं मिला तो पाली भी पानी नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रात्रि विश्राम के बाद सवेरे किसान जुलूस के रूप में रवाना होकर नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचेंगे। जहां आंदोलन की रूपेखा पर विचार होगा। दोपहर तक मामले का निस्तारण नहीं हुआ तो किसान मंदिर परिसर के बाहर धरना देकर राजमार्ग को जाम करेंगे। किसानों के ठहरने व भोजन की व्यवस्था जाखामाता मंदिर पर की गई है।

पुलिस का कड़ा सुरक्षा घेरा
बैठक के दौरान जवाई डाक बंगला परिसर में भारी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल तैनात था। उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह चौधरी, सीओ सुरेन्द्र दीक्षित समेत कई थाना प्रभारी घेराबंदी किए रहे।

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