रविवार, 7 अक्तूबर 2012

जैसलमेर कचहरी परिसर से सरकारी ..आज समाचार

रबी फसल के लिए 1 नवम्बर से 4 समूहों में से दो समूहों की नहरें चलाने पर सहमति

जल वितरण एवं जल उपयोग परामर्श समिति की बैठक में नहरी क्षेत्र में पेयजल वितरण पर विस्तार से चर्चा


जैसलमेर, 7 अक्टूबर । जैसलमेर इन्दिरा गांधी नहर परियोजना विश्रामगृह में परियोजना के द्वितीय चरण में रबी फसल के लिए जल वितरण व्यवस्था के लिए गठित जल वितरण एवं जल उपयोग परामर्शदात्री समिति की बैठक मुख्य अभियन्ता ए.के. गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, जैसमलेर विधायक छोटूसिंह भाटी, पंचायत समिति, जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरी, उपखण्ड अधिकारी रमेश चन्द जैन्थ के साथ ही नहर परियोजना के अधिकारी उपस्थित थे।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने बैठक में नहर अधिकारियों को कहा ि कवे रबी की बुवाई वर्तमान में नहीं होने के कारण तीन में से एक समूह की नहरें ही चलाने की व्यवस्था करें । उन्होंने रबी फसल के लिए 1 नवम्बर से नहरों के चार समूहों में से दो गू्रप में एक साथ नहरें चलाने की सहमति प्रदान की। उन्होंने निर्देश दिये कि माह दिसम्बर के दौरान इस क्षेत्र में गेहूं की बवाई होने की सम्भावना है इसलिए पानी का रोटेशन 15 फरवरी तक परिवर्तित किया जाए ।


पोकरण विधायक ने निर्देश दिये कि चारणवाला क्षेत्र के अधिकारी नियमित रूप से इस बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें । इसके साथ ही उन्होंने नहरों से सिल्ट निकालने का कार्य समयबद्ध करने पर जोर दिया एवं इसकी प्रभावी मोनिटरिंग करने की आवश्यकता प्रपादित की। उन्होंने पोकरणफलसूण्ड लिफ्ट परियोजना का कार्य शीघ्र पूरा करने पर बल दिया। उन्होंने नहरों की मरम्मत के लिए राज्य सरकार से आवश्यक बजट उपलब्ध कराने का अधिकारियों को विश्वास दिलाया ।


जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने बैठक में डिच माईनर ई में पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया एवं कहा कि नहर में पानी का गेज मेन्टेन रखा जाए। उन्होंने कहा कि लाम्बी माईनर की जहां सिल्ट निकाली जा चुकी है उसमें पानी छोड़ा जाए। उन्होंने नहरों को प्राथमिका के आधार पर चलाने एवं नहरों से सिल्ट निकालने के कार्यक्रम की सूचना जलदाय विभाग के अधिकारियों को देने की सलाह दी।


मुख्य अभियन्ता ए.के. गुप्ता ने बैठक में रबी फसल के लिए द्वितीय चरण में पानी उपलब्धता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि जन प्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए नहरों में जल वितरण की व्यवस्था कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।


गुप्ता ने नहर विभाग के अधिकारियों को निेर्देश दिये कि वे नहरों से सिल्ट निकालने का कार्य समय पर पूरा करें एवं इसमें किसी भी प्रकार की कोताई नहीं बरते । उन्होनें हिदायत दी कि सिल्ट रहने से नहरों में समय पर पानी वितरण नहीं हुआ तो उसकी जिम्मेदारी सांबंधित अधिकारियों की होगी ।

बैठक में अधीक्षण अभियन्ता, आर.के. मीणा, अधीक्षण अभियन्ता बीकानेर बी.आर सिंह के साथ ही नहर विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



पुरूस्कार वितरण के साथ ही वन्य प्राणाी सप्ताह समारोह सम्पन्न

वन एवं वन्य जीवों के सरंक्षण कराना हर इन्सान का परम कर्तव्य है पोकरण विधायक शाले मोहम्मद
जैसलमेर, 07 अक्टूबर/ पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि वन एवं वन्य जीवों की रक्षा करना प्रत्येक इंसान का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि वन एवं वन्य जीवों के बिना हमारा पर्यावरण असन्तुलित हो जायेगा इसलिए हम सब को मिल जुल कर इनके सरंक्षण का पूरा प्रयास करना है।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद रविवार को वन्य जीव प्राणी सप्ताह के समापन एवं पुरूस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे । समारोह की अध्यक्षता नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने की एवं जैसमलेर समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी, उपखण्ड अधिकारी रमेश चन्द जैन्थ, मौसम विभाग के वैज्ञानिक बी.एल. सोनी, उपवन सरंक्षक एम.एल. सोनल, उपवन सरंक्षक, कर्णसिंह विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे ।




पोकरण विधायक ने कहा कि जैसलमेरबाड़मेर में डीएनपी का बहुत बड़ा क्षेत्रफल जहां वन्य जीवों का सरंक्षण किया जा रहा है यह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि आज के दिन हमें यह संकल्प लेना है कि इस क्षेत्र में वन एवं वन्य जीवों की रक्षा करेंगे। उन्होंने सप्ताह के दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों जिन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया एवं विजेता रहे उन्हें अपनी ओर से बधाई दी एवं कहा ि कवे वन्य जीव के सरंक्षण के लिए अपने समाज में संदेश दें।




नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने कहा कि आज के औद्योगिकरण युग के कारण वन एव वन्य जीव नष्ट होते जा रहे है जो एक चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि वन एवं वन्य जीव के बिना कभी भी पर्यावरण शुद्ध नहीं रह सकता है इसलिए हमें इस ओर विशेष प्रयास करने की जरूरत है।




प्रधान मूलाराम चौधरी ने कहा कि वन्य जीव एवं मनुष्य एक दूसरे के पूरक है इसलिए बिना वन्य जीव के मनुष्य का जीना भी दुर्लभ हो जायेगा। इसलिए हमें वन एवं वन्य जीवों के सुरक्षा जिम्मा लेना जरूरी है।




वरिष्ठ साहित्यकार डा. दीनदयाल ओझा ने इस अवसर पर वन्य जीवों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए युवा पी को सीख दी कि यदि उन्हें स्वच्छद वातावरण में जीना है तो वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा करना जरूरी है। उन्होंने वनों के महत्व के संबंध में वर्ष में 45 संगोष्ठियों के आयोजन करने की सलाह दी।




उपवन सरंक्षक, डीएनपी कर्णसिंह चौधरी ने समारोह के प्रारम्भ में अतिथियों का का स्वागत करते हुए वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान आयोजित किये गये कार्यक्रमों के बारें में विस्तार से जानकारी दी एवं बताया कि इस बार डीएनपी क्षेत्र के विद्यालयों को विशेष प्राथमिकता दी गई है।




समारोह में अतिथियों द्वारा सप्ताह के दौरान आयोजित हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया। समारोह में समाजसेवी अमीन खाँ, राणसिंह चौधरी, सांगीदान भाटिया, सहायक वन सरंक्षक बी.एल. यादव, मानद वन प्रतिपालक मालसिंह के साथ ही वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी विजय बल्लाणी ने किया।

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