रविवार, 21 अक्तूबर 2012

पीएम,सोनिया को खुली बहस की चुनौती

पीएम,सोनिया को खुली बहस की चुनौती

नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पलटवार किया है। केजरीवाल ने कहा है कि कांग्रेस अभी तक उनके सवालों के जवाब नहीं दे पाने से परेशान है। हमने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद से भी सवाल पूछे थे,लेकिन जवाब नहीं मिला। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्गविजय सिंह सवाल कर रहे हैं। ऎसे में उन्हें अपने सवालों के जवाब से पहले पीएम,सोनिया गांधी को सार्वजनिक बहस के लिए तैयार करना चाहिए।


केजरीवाल ने कहा,दिग्विजय सिंह के पत्र में ऎसा कुछ भी नहीं है जिसका जवाब दिया जाए। वह दिग्विजय के सवालों का तभी जबाव देंगे जब पहले उनके सवालों का जवाब मिले। टीम केजरीवाल के सदस्य संजय सिंह ने भी कहा है कि हमने 15 मंत्रियों से सवाल पूछे, लेकिन हमें एक भी सवाल का जवाब नहीं मिला।

उल्लेखनीय है कि दिग्गी ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकर परिषद का सदस्य बनने के लिए लॉबिंग की थी। एनएसी का सदस्य बनने के लिए सात साल पहले केजरीवाल और स्वामी अग्निवेश उनसे मिले थे। दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को केजरीवाल को पत्र लिखा था और उनसे जवाब देने को कहा था।

केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने एनएसी का सदस्य बनने के लिए कोई लॉबिंग नहीं की थी। वह इस संबंध में किसी से नहीं मिले थे। एनएसी का सदस्य बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। मुझे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ चाय पीने का कोई शौक नहीं है। कांग्रेस परेशान है।

उधर स्वामी अग्विनेश ने कहा कि शायद 2005-06 में बैठक होने तो वाली थी लेकिन बैठक हुई थी या नहीं इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। दिग्विजय सिंह ने जो मुद्दा उठाया है वह बहुत पुराना है। बहुत वक्त हो चुका है। मुझे याद नहीं है कि मैं केजरीवाल के साथ दिग्विजय सिंह से मिला था या नहीं।

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