बीकानेर नोखा। टैक्सी पलटने से घायल एक छात्र की मंगलवार को पीबीएम अस्पताल में इलाज के दौरान मौत पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। उनका आरोप था कि चिकित्सकों व कर्मचारियों ने इलाज में कोताही बरती। करीब डेढ़ घंटे तक पीबीएम कर्मचारियों, चिकित्सकों व परिजनों के बीच तनातनी रही। सूचना मिलने के बाद पीबीएम पुलिस चौकी प्रभारी और कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. आर.पी. अग्रवाल, सदर थानाप्रभारी प्रशांत कौशिक, डॉ. तनवीर मालावत मौके पर पहुंच गए। मामले की जांच के लिए तीन चिकित्सकों की कमेटी गठित की गई है।
नोखा में चरकड़ा गांव के पास स् कूली बच्चों को ले जारी एक टैक्सी ट्रैक्टर को ओवरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें सवार पांच बच्चे घायल हो गए। इनमें नोखा के आदर्श विद्या मंदिर का 11वीं कक्षा के विद्यार्थी हरिराम (18) पुत्र कानाराम नायक को गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल लाया गया। खबर मिलते ही सीलवा गांव से उसके परिजन भी आ गए।
आपातकालीन वार्ड में उपचार के बाद उसे सिटी स्कैन के लिए भेजा गया। जहां देरी होने तथा छात्र की हालत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। बाद में चिकित्सकों ने पम्पिंग की, इंजेक्शन लगाया लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इस पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोçष्ात कर दिया। परिजनों ने चिकित्सकों व कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पीबीएम पुलिस चौकी स्टाफ और आरएसी को मौके पर बुला लिया गया। परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया। काफी समझाइश के बाद परिजन माने तब जा कर मामला शांत हुआ। शव को पीबीएम की मोर्चरी में रखवाया गया है।
दोषी होने पर करेंगे कार्रवाई
मामले की जांच के लिए तीन चिकित्सकों का बोर्ड गठित किया गया है। बोर्ड में डॉ. जी.एल. मीणा, डॉ. सीताराम गोठवाल, डॉ. दिनेश सोढ़ी शामिल हैं। बोर्ड सदस्यों द्वारा रिपोर्ट पर दोष्ा साबित हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आर.पी. अग्रवाल, कार्यवाहक अधीक्षक पीबीएम
नोखा में चरकड़ा गांव के पास स् कूली बच्चों को ले जारी एक टैक्सी ट्रैक्टर को ओवरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें सवार पांच बच्चे घायल हो गए। इनमें नोखा के आदर्श विद्या मंदिर का 11वीं कक्षा के विद्यार्थी हरिराम (18) पुत्र कानाराम नायक को गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल लाया गया। खबर मिलते ही सीलवा गांव से उसके परिजन भी आ गए।
आपातकालीन वार्ड में उपचार के बाद उसे सिटी स्कैन के लिए भेजा गया। जहां देरी होने तथा छात्र की हालत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। बाद में चिकित्सकों ने पम्पिंग की, इंजेक्शन लगाया लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इस पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोçष्ात कर दिया। परिजनों ने चिकित्सकों व कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पीबीएम पुलिस चौकी स्टाफ और आरएसी को मौके पर बुला लिया गया। परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया। काफी समझाइश के बाद परिजन माने तब जा कर मामला शांत हुआ। शव को पीबीएम की मोर्चरी में रखवाया गया है।
दोषी होने पर करेंगे कार्रवाई
मामले की जांच के लिए तीन चिकित्सकों का बोर्ड गठित किया गया है। बोर्ड में डॉ. जी.एल. मीणा, डॉ. सीताराम गोठवाल, डॉ. दिनेश सोढ़ी शामिल हैं। बोर्ड सदस्यों द्वारा रिपोर्ट पर दोष्ा साबित हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आर.पी. अग्रवाल, कार्यवाहक अधीक्षक पीबीएम
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