बुधवार, 1 अगस्त 2012

पाकिस्तान में नौ ईसाई नर्सो को दिया गया जहर!

Christian nurses' 'poisoning': Community leaders demand probe 

इस्लामाबाद। हाल ही में पाकिस्तान में एक हिंदू लड़के को रियलिटी शो के दौरान इस्लाम कबूल करते दिखाया गया था, जिसकी काफी आलोचना हुई थी। अब अल्पसंख्यक नौ ईसाई नर्सो को सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर जहर देने के मामले ने तूल पकड़ा है।

बताया गया है कि कराची स्थित सिविल अस्पताल की नौ ईसाई प्रशिक्षु नर्से अपने हॉस्टल की जहरीली चाय पीने के बाद रविवार रात को बीमार हो गई थीं। आरोप लगाया गया है कि उनके धर्म के कारण उन्हें जान बूझकर जहर दिया गया है। पीड़ित एक नर्स ने बताया कि रात को 10 बजे के बाद उसके एक साथी ने चाय बनाई और उसे पीने के बाद वे बीमार पड़ गईं। नर्सो को सिविल अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में ले जाया गया और उपचार के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। अगले दिन सुबह फिर समस्या होने पर उन्हें फिर से अस्पताल ले जाया गया। प्रारंभ में ऐसी चर्चा थी कि यह घटना उस समय हुई जब ईसाई नर्से चाय पी रही थीं और उनकी मुस्लिम साथियों ने रमजान के पवित्र महीने में रोजा रख रखा था।

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के नेताओं ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। ईसाई नेता माइकल जावेद ने कहा, समाज असहिष्णु होता जा रहा है। वह अल्पसंख्यकों को शांति से नहीं रहने देना चाहता है। पूर्व विधायक जावेद ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से इस मामले का स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार पर आंखें मूंदे बैठी है। हमारी लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है और चर्चो पर हमला किया जा रहा है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग से जुड़े अब्दुल हई ने भी घटना पर चिंता व्यक्त की है।

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