गाजियाबाद।। रंगदारी वसूली के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से दो तमंचे, कारतूस और चाकू बरामद करने का दावा किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक बीए फाइनल इयर का स्टूडेंट है। एक का कहना है कि अपनी गर्लफ्रेंड की जरूरतों को पूरा करने और मौजमस्ती के लिए वह रंगदारी मांगता था।
सीओ बॉर्डर अरविंद यादव ने बताया कि कृष्णा विहार फेज-2 में बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के मालिक कपिल को सोमवार शाम तक दो लाख रुपये देने की धमकी फोन पर मिली थी। बदमाश पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कपिल ने पुलिस से इसकी शिकायत की। एक हफ्ते पहले टीला निवासी राकेश बंसल को भी दो लाख रुपये देने की धमकी फोन पर मिली थी। थाना प्रभारी ब्रजमोहन यादव ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर जावली गांव के पार्क के पास तीन बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने पीछा कर तीन बदमाशों को पकड़ लिया। पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को अपने नाम राहुल, सुमित और दिनेश बताए हैं।
दो आरोपी चचेरे भाई
पकड़े गए आरोपियों में टीला शहबाजपुर निवासी सुमित और राहुल चचेरे भाई हैं। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि वे अपनी शौक को पूरा करने के लिए रंगदारी मांगते हैं। राहुल गाजियाबाद में एक मॉल में मोबाइल की शॉप पर काम करता था। सुमित तीन साल पहले बारहवीं पास कर चुका है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि गर्लफ्रेंड की जरूरतों को पूरा करने और मौज-मस्ती के लिए रंगदारी से पैसे उगाहता था। उसने पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि कहां-कहां से रंगादारी वसूली है।
बीए में पढ़ता है एक आरोपी
तीसरा बदमाश दिनेश पांडे दिल्ली के एक कॉलेज में बीए फाइनल का स्टूडेंट है। उसके माता-पिता दिलशाद गार्डन में एक टेलिकॉम कंपनी में कर्मचारी हैं। छह महीने पहले सुमित से उसकी पहचान हुई थी। उसने आरोप लगाया कि सुमित ने उसका इस्तेमाल किया है। उसने बताया कि सुमित उसे पैसे लेने के लिए भेजता था। एक व्यापारी से पांच हजार रुपये लेकर आया था जिसके एवज में उसे 1200 रुपये दिए थे।
सीओ बॉर्डर अरविंद यादव ने बताया कि कृष्णा विहार फेज-2 में बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के मालिक कपिल को सोमवार शाम तक दो लाख रुपये देने की धमकी फोन पर मिली थी। बदमाश पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कपिल ने पुलिस से इसकी शिकायत की। एक हफ्ते पहले टीला निवासी राकेश बंसल को भी दो लाख रुपये देने की धमकी फोन पर मिली थी। थाना प्रभारी ब्रजमोहन यादव ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर जावली गांव के पार्क के पास तीन बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने पीछा कर तीन बदमाशों को पकड़ लिया। पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को अपने नाम राहुल, सुमित और दिनेश बताए हैं।
दो आरोपी चचेरे भाई
पकड़े गए आरोपियों में टीला शहबाजपुर निवासी सुमित और राहुल चचेरे भाई हैं। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि वे अपनी शौक को पूरा करने के लिए रंगदारी मांगते हैं। राहुल गाजियाबाद में एक मॉल में मोबाइल की शॉप पर काम करता था। सुमित तीन साल पहले बारहवीं पास कर चुका है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि गर्लफ्रेंड की जरूरतों को पूरा करने और मौज-मस्ती के लिए रंगदारी से पैसे उगाहता था। उसने पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि कहां-कहां से रंगादारी वसूली है।
बीए में पढ़ता है एक आरोपी
तीसरा बदमाश दिनेश पांडे दिल्ली के एक कॉलेज में बीए फाइनल का स्टूडेंट है। उसके माता-पिता दिलशाद गार्डन में एक टेलिकॉम कंपनी में कर्मचारी हैं। छह महीने पहले सुमित से उसकी पहचान हुई थी। उसने आरोप लगाया कि सुमित ने उसका इस्तेमाल किया है। उसने बताया कि सुमित उसे पैसे लेने के लिए भेजता था। एक व्यापारी से पांच हजार रुपये लेकर आया था जिसके एवज में उसे 1200 रुपये दिए थे।
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