जरदारी की हिंदुओं के लिए पहल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सिंध प्रांत के बड़ी संख्या में अपना घर बार छोड़कर पलायन करने का फैसला करने वाले हिंदू परिवारों की सुरक्षा का आश्वासन देने के लिए उनसे बातचीत करने के वास्ते सांसदों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
एसोसिएटेड प्रेस आफ पाकिस्तान की खबर में बताया गया कि जरदारी ने सिंध प्रांत में हिंदुओं में असुरक्षा की भावना की खबरों पर गंभीर रूख अख्तियार करते हुए प्रशासन को निर्देश दिया कि हिंदुओं की शिकायत को दूर किया जाए और इस सिलसिले में रिपोर्ट सौंपी जाए। राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने बताया कि राष्ट्रपति ने सांसदों की तीन सदस्यीय समिति भी गठित की है जो सिंध प्रांत के विभिन्न हिस्सों का दौर करके जरदारी और सरकार की ओर से हिंदुओं के साथ एकजुटता दिखाएगी। यह समिति हिंदुओं को सुरक्षा और उनकी सलामती का आश्वासन भी देगी। समिति में सांसद हरी राम, नेशनल असेंबली के सदस्य लाल चंद और केन्द्रीय मंत्री मौला बख्श चांडिओ शामिल हैं। करीब ढाई सौ पाकिस्तानी हिंदू इस आश्वासन के साथ भारत गए हैं कि वे अपनी तीर्थयात्रा पूरी करके वापस लौट आएंगे। पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने गुरूवार की रात को सार्वजनिक रूप से कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ साजिश हो रही है। उन्होंने इस बात का जवाब मांगा था कि राजधानी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने इतनी बड़ी संख्या में हिंदुओं को वीजा क्यों दिया। उन्होंने इन हिंदुओं को सिंध स्थित जैकोबाबाद से आगे जाने से रोक दिया था। गृहमंत्री का कहना था कि वह जब तक इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाते कि ये हिंदू धार्मिक आधार पर भेदभाव की शिकयत करके भारत में शरण नहीं मांगेगे। हालांकि कुछ घंटे बाद हिंदुओं के प्रतिनिधि की ओर से यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि वे पाकिस्तान लौट आएंगे, उन्हें आगे जाने की अनुमति दी गई।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सिंध प्रांत के बड़ी संख्या में अपना घर बार छोड़कर पलायन करने का फैसला करने वाले हिंदू परिवारों की सुरक्षा का आश्वासन देने के लिए उनसे बातचीत करने के वास्ते सांसदों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
एसोसिएटेड प्रेस आफ पाकिस्तान की खबर में बताया गया कि जरदारी ने सिंध प्रांत में हिंदुओं में असुरक्षा की भावना की खबरों पर गंभीर रूख अख्तियार करते हुए प्रशासन को निर्देश दिया कि हिंदुओं की शिकायत को दूर किया जाए और इस सिलसिले में रिपोर्ट सौंपी जाए। राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने बताया कि राष्ट्रपति ने सांसदों की तीन सदस्यीय समिति भी गठित की है जो सिंध प्रांत के विभिन्न हिस्सों का दौर करके जरदारी और सरकार की ओर से हिंदुओं के साथ एकजुटता दिखाएगी। यह समिति हिंदुओं को सुरक्षा और उनकी सलामती का आश्वासन भी देगी। समिति में सांसद हरी राम, नेशनल असेंबली के सदस्य लाल चंद और केन्द्रीय मंत्री मौला बख्श चांडिओ शामिल हैं। करीब ढाई सौ पाकिस्तानी हिंदू इस आश्वासन के साथ भारत गए हैं कि वे अपनी तीर्थयात्रा पूरी करके वापस लौट आएंगे। पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने गुरूवार की रात को सार्वजनिक रूप से कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ साजिश हो रही है। उन्होंने इस बात का जवाब मांगा था कि राजधानी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने इतनी बड़ी संख्या में हिंदुओं को वीजा क्यों दिया। उन्होंने इन हिंदुओं को सिंध स्थित जैकोबाबाद से आगे जाने से रोक दिया था। गृहमंत्री का कहना था कि वह जब तक इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाते कि ये हिंदू धार्मिक आधार पर भेदभाव की शिकयत करके भारत में शरण नहीं मांगेगे। हालांकि कुछ घंटे बाद हिंदुओं के प्रतिनिधि की ओर से यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि वे पाकिस्तान लौट आएंगे, उन्हें आगे जाने की अनुमति दी गई।
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