बाड़मेर बेंको में हड़ताल से करोडो का कारोबार ठप्प
बाड़मेर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों और गैर प्रमुख कार्यों को आउटसोर्स करने के विरोध में बुधवार को दो दिन की हड़ताल पर चले गए जिससे बैंकों में काम काज प्रभावित हुआ।हालांकि विभिन्न निजी क्षेत्र के बैंकों, विदेशी बैंकों और एटीएम ने सामान्य रूप से काम करना जारी रखा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों व अधिकारियों की नौ यूनियनों के प्रमुख संगठन यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आहवान पर यह हड़ताल की गई है।इस दौरान समस्त बेंको का कामकाज ठप्प रहा .
आल इंडिया बैंक एंप्लाईज एसोसिएशन द्वारा जरी विज्ञप्ति में ने बताया कि आज सुबह से हड़ताल चालू है। करीब 10 लाख कर्मचारी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के 24 बैंक, निजी क्षेत्र के 12 बैंक और 6 विदेशी बैंक शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एटीएम मशीनें तभी तक काम करेंगी जब तक उनमें नकदी है और इसके बाद इनकी सेवाएं भी प्रभावित होंगी। बैंक यूनियनें डूबते ऋणों की वसूली के सख्त और प्रभावी उपाय किए जाने की भी मांग कर रही हैं।
एसबीआई आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव ने कहा कि हड़ताल सामान्य तरीके से चल रही है और सभी नौ यूनियनें हड़ताल में भाग ले रही हैं।
अग्रवाल ने कहा कि बैंक यूनियनों की मांग है कि पेंशन बढ़ाई जाए, आवास ऋण में संशोधन किया जाए, सप्ताह में केवल पांच दिन काम लिया जाए और कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे हल किए जाएं।
आल इंडिया बैंक एंप्लाईज एसोसिएशन द्वारा जरी विज्ञप्ति में ने बताया कि आज सुबह से हड़ताल चालू है। करीब 10 लाख कर्मचारी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के 24 बैंक, निजी क्षेत्र के 12 बैंक और 6 विदेशी बैंक शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एटीएम मशीनें तभी तक काम करेंगी जब तक उनमें नकदी है और इसके बाद इनकी सेवाएं भी प्रभावित होंगी। बैंक यूनियनें डूबते ऋणों की वसूली के सख्त और प्रभावी उपाय किए जाने की भी मांग कर रही हैं।
एसबीआई आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव ने कहा कि हड़ताल सामान्य तरीके से चल रही है और सभी नौ यूनियनें हड़ताल में भाग ले रही हैं।
अग्रवाल ने कहा कि बैंक यूनियनों की मांग है कि पेंशन बढ़ाई जाए, आवास ऋण में संशोधन किया जाए, सप्ताह में केवल पांच दिन काम लिया जाए और कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे हल किए जाएं।
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