एनआरएचएम संविदाकर्मी नहीं होंगे स्थाई
जयपुर। प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदाकर्मियों को सरकार स्थाई नहीं करेगी बल्कि 21 हजार पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा या साक्षात्कार लेगी। अधिकारिक जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मुख्य सचिव सीके मैथ्यु और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में इन पदों की भर्ती में लिखित परीक्षा या साक्षात्कार जैसी प्रकिया तय हुई है।
उल्लेखसनीय है कि अभी मिशन के तहत काम कर रहे करीब 17 हजार कर्मचारी चाहते हैं कि उनको बिना कोई चयन प्रकिया अपनाए नियमित कर दिया जाए व रिक्त पदों के लिए ही चयन प्रकिया अपनाई जाए। मुख्य सचिव समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके इस तर्क से सहमत नहीं हैं। हाल ही स्वास्थ्य विभाग ने 1400 फार्मासिस्टों की लिखित परीक्षा से भर्ती की है। इसमें उन अभ्यार्थियों को बोनस अंक भी दिए जो विभाग की योजनाओं के तहत फार्मासिस्ट का काम कर रहे हैंं। मौजूदा एनआरएचएम कर्मियों को बोनस अंक देने पर भी विचार किया जा रहा है।
नेताओंं को ज्यादा चिंता
एनआरएचएम में कार्मिकों की भर्ती में चयन प्रकिया अपनाने पर सबसे ज्यादा चिंता विधायकों को हो रही है। मिशन सूत्रों के अनुसार तीस फीसदी पदों पर विधायकों व मंत्रियों के सिफारिशी लोग लगे हैं। उन्हें डर है कि परीक्षा होने पर मौजूदा कार्मिक फेल हो जाता है तो उसको वेतन से हाथ धोना पड़ेगा और बेरोजगारी की स्थिति हो जाएगी।
जयपुर। प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदाकर्मियों को सरकार स्थाई नहीं करेगी बल्कि 21 हजार पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा या साक्षात्कार लेगी। अधिकारिक जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मुख्य सचिव सीके मैथ्यु और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में इन पदों की भर्ती में लिखित परीक्षा या साक्षात्कार जैसी प्रकिया तय हुई है।
उल्लेखसनीय है कि अभी मिशन के तहत काम कर रहे करीब 17 हजार कर्मचारी चाहते हैं कि उनको बिना कोई चयन प्रकिया अपनाए नियमित कर दिया जाए व रिक्त पदों के लिए ही चयन प्रकिया अपनाई जाए। मुख्य सचिव समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके इस तर्क से सहमत नहीं हैं। हाल ही स्वास्थ्य विभाग ने 1400 फार्मासिस्टों की लिखित परीक्षा से भर्ती की है। इसमें उन अभ्यार्थियों को बोनस अंक भी दिए जो विभाग की योजनाओं के तहत फार्मासिस्ट का काम कर रहे हैंं। मौजूदा एनआरएचएम कर्मियों को बोनस अंक देने पर भी विचार किया जा रहा है।
नेताओंं को ज्यादा चिंता
एनआरएचएम में कार्मिकों की भर्ती में चयन प्रकिया अपनाने पर सबसे ज्यादा चिंता विधायकों को हो रही है। मिशन सूत्रों के अनुसार तीस फीसदी पदों पर विधायकों व मंत्रियों के सिफारिशी लोग लगे हैं। उन्हें डर है कि परीक्षा होने पर मौजूदा कार्मिक फेल हो जाता है तो उसको वेतन से हाथ धोना पड़ेगा और बेरोजगारी की स्थिति हो जाएगी।
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