खेल मैदान में मिला शव
मोकलसर। क्षेत्र के रमणिया गांव के समीप स्थित खेल मैदान में एक व्यक्ति का शव संदिग्ध हालत में पाया गया। मृतक का सिर व चेहरा बुरी तरह से कुचली हालत में था। शरीर पर जगह-जगह धारदार हथियारों के घाव थे। काफी कोशिशों के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाई। मृतक की पहचान छतरसिंह (35) पुत्र सोहनसिंह निवासी रमणिया के रूप में की गई। मृतक के परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ऎसा नहीं होने तक उन्होंने शव उठाने से इंकार कर दिया।
रात करीब सवा आठ बजे पुलिस ने समझाइश कर शव को सिवाना मोर्चरी के लिए रवाना करवाया। रमणिया सरहद में मामाजी का थान की ओर जाने वाले मार्ग के समीप स्थित खेल मैदान में खेल रहे बच्चों को शनिवार शाम एक शव पड़ा नजर आया। उन्होंने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। चेहरा व सिर बुरी तरह से कुचली हालत में होने से मृतक की पहचान काफी देर तक नहीं हो पाई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लेकर छानबीन शुरू की।
मृतक की शिनाख्त के लिए प्रयास शुरू किए। इसी दौरान जबरसिंह नामक ग्रामीण ने शव के कपड़ों के आधार पर पहचान अपने चाचा छतरसिंह के रूप में की। इस पर मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि शाम चार बजे छतरसिंह घर से गांव के लिए निकला था। इसके बाद वापिस नहीं लौटा। परिजनों ने शव की क्षत विक्षत हालत तथा बदन पर धारदार हथियारों के घाव को देखकर हत्या का अंदेशा जताया। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव हटाने से इंकार कर दिया।
पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, नायब तहसीलदार सिवाना शंकरराम गर्ग, थानाधिकारी रामवीरसिंह जाखड़, मोकलसर चौकी प्रभारी बृजमोहन मीणा ने ग्रामीणों व परिजनों से वार्ता कर समझाइश की। विश्वास दिलाया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी। परिजनों की सहमति पर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिवाना मोर्चरी के लिए रवाना किया गया। एहतियात के तौर पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।
मोकलसर। क्षेत्र के रमणिया गांव के समीप स्थित खेल मैदान में एक व्यक्ति का शव संदिग्ध हालत में पाया गया। मृतक का सिर व चेहरा बुरी तरह से कुचली हालत में था। शरीर पर जगह-जगह धारदार हथियारों के घाव थे। काफी कोशिशों के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाई। मृतक की पहचान छतरसिंह (35) पुत्र सोहनसिंह निवासी रमणिया के रूप में की गई। मृतक के परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ऎसा नहीं होने तक उन्होंने शव उठाने से इंकार कर दिया।
रात करीब सवा आठ बजे पुलिस ने समझाइश कर शव को सिवाना मोर्चरी के लिए रवाना करवाया। रमणिया सरहद में मामाजी का थान की ओर जाने वाले मार्ग के समीप स्थित खेल मैदान में खेल रहे बच्चों को शनिवार शाम एक शव पड़ा नजर आया। उन्होंने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। चेहरा व सिर बुरी तरह से कुचली हालत में होने से मृतक की पहचान काफी देर तक नहीं हो पाई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लेकर छानबीन शुरू की।
मृतक की शिनाख्त के लिए प्रयास शुरू किए। इसी दौरान जबरसिंह नामक ग्रामीण ने शव के कपड़ों के आधार पर पहचान अपने चाचा छतरसिंह के रूप में की। इस पर मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि शाम चार बजे छतरसिंह घर से गांव के लिए निकला था। इसके बाद वापिस नहीं लौटा। परिजनों ने शव की क्षत विक्षत हालत तथा बदन पर धारदार हथियारों के घाव को देखकर हत्या का अंदेशा जताया। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव हटाने से इंकार कर दिया।
पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, नायब तहसीलदार सिवाना शंकरराम गर्ग, थानाधिकारी रामवीरसिंह जाखड़, मोकलसर चौकी प्रभारी बृजमोहन मीणा ने ग्रामीणों व परिजनों से वार्ता कर समझाइश की। विश्वास दिलाया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी। परिजनों की सहमति पर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिवाना मोर्चरी के लिए रवाना किया गया। एहतियात के तौर पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।
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