सरकारी भूमि पर भूमाफिया ने काटी कॉलोनी!
नगरपरिषद को आवंटित खसरा न. 1431 में फर्जी रजिस्ट्री के जरिए बेचान किए प्लॉट
कूटरचित दस्तावेजों से किया फर्जीवाड़ा, आयुक्त ने दर्ज करवाई एफआईआर
बाड़मेर शहर के बहुचर्चित खसरा न. 1431 पर कॉलोनी काटकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री के जरिए प्लॉट बेचान का मामला सामने आया है। नगरपरिषद से फर्जी एनओसी तैयार करवाकर खसरा न. 39/03 में सरकारी भूमि पर कॉलोनी काटने की तैयारी की तो मामला पकड़ में आया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त ने सिटी कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। शहर के खसरा न. 1431 में गैर मुमकिन भूमि नगरपरिषद के रिकार्ड में दर्ज है। उक्त खसरे में एक बीघा भूमि की रजिस्ट्री करवाने के बाद कॉलोनाइजर ने कॉलोनी काट दी। नगरपरिषद की ओर से जारी एनओसी के आधार पर उप पंजीयक कार्यालय बाड़मेर से प्लॉट बेचान की रजिस्ट्रियां की गई। इस मामले की शिकायत पर आयुक्त बी.एल. सोनी ने गंभीरता से लेते हुए कॉलोनाइजर से भूमि बेचान संबंधी दस्तावेज मांगे तो प्लॉट बेचान की रजिस्ट्रियां प्रस्तुत की गई। इसमें गंगासिंह पुत्र कानसिंह की ओर से आवासीय भूखंड प्यारी देवी पत्नी पुखराज को बेचान करना दर्शाया गया।
इसके साथ गृहकर अभिलेख का स्वामित्व प्रमाण पत्र भी संलग्न पाया गया। इस दौरान नगरपरिषद के वर्ष 2010 के आवक-जावक रजिस्टर का अवलोकन करने पर रजिस्टर के क्रमांक न.6541 में गंगासिंह पुत्र नीनासिंह निवासी डोला डूंगरी का नाम दर्ज मिला। जबकि यह रजिस्ट्री गंगासिंह पुत्र कानसिंह की ओर से प्यारी देवी के पक्ष में बेचान करना पाया गया।
डीएसपी को सौंपी जांच
नगरपरिषद के आयुक्त बी.एल. सोनी ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया कि खसरा न.1431 पर पुखराज, रूपसिंह वगैरह ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्लॉट बेचान किए, जबकि उक्त भूमि नगरपालिका के खाते में दर्ज है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच डीएसपी नाजिम अली को सौंपी है।
यूं पकड़ में आया मामला
गडरा रोड पर खसरा न. 1431 के सामने कॉलोनी काटने का कार्य मशीनों के जरिए चल रहा था। जब कलेक्टर वीणा प्रधान गडरा रोड से गुजरी तो देखा कि सरकारी भूमि पर जेसीबी मशीनें व ट्रेक्टरों से कार्य चल रहा है। इसकी सूचना नगरपरिषद के आयुक्त को दी। इस पर आयुक्त ने परिषद के कर्मचारियों को मौके पर भेजकर मामले की जांच करवाई तो सरकारी भूमि पर कॉलोनी बसाने का मामला सामने आया। इस दौरान तुरंत काम रुकवा दिया गया।
आयुक्त ने जारी की एनओसी
खसरा न. 1431 की भूमि बेचान की रजिस्ट्री के लिए नगरपालिका से एनओसी जारी की गई। एनओसी पर नगरपालिका के तत्कालीन आयुक्त कालू खां के हस्ताक्षर हैं। ये हस्ताक्षर सही या फर्जी इसकी हकीकत तो जांच के बाद ही सामने आएगी। मगर फर्जी तरीके से जारी एनओसी को लेकर नगरपालिका प्रशासन की भूमिका भी संदेह के दायरे में आ गई है।
॥भूमाफियाओं ने खसरा न. 1431 पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कॉलोनी काटकर प्लॉट बेचान किए हैं। यह मामला सामने आने पर कूटरचित दस्तावेजों के जरिए प्लॉट बेचान करने वाले भूमाफिया के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया गया है। ञ्जञ्ज बी.एल. सोनी आयुक्त, नगरपरिषद बाड़मेर
नगरपरिषद को आवंटित खसरा न. 1431 में फर्जी रजिस्ट्री के जरिए बेचान किए प्लॉट
कूटरचित दस्तावेजों से किया फर्जीवाड़ा, आयुक्त ने दर्ज करवाई एफआईआर
बाड़मेर शहर के बहुचर्चित खसरा न. 1431 पर कॉलोनी काटकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री के जरिए प्लॉट बेचान का मामला सामने आया है। नगरपरिषद से फर्जी एनओसी तैयार करवाकर खसरा न. 39/03 में सरकारी भूमि पर कॉलोनी काटने की तैयारी की तो मामला पकड़ में आया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त ने सिटी कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। शहर के खसरा न. 1431 में गैर मुमकिन भूमि नगरपरिषद के रिकार्ड में दर्ज है। उक्त खसरे में एक बीघा भूमि की रजिस्ट्री करवाने के बाद कॉलोनाइजर ने कॉलोनी काट दी। नगरपरिषद की ओर से जारी एनओसी के आधार पर उप पंजीयक कार्यालय बाड़मेर से प्लॉट बेचान की रजिस्ट्रियां की गई। इस मामले की शिकायत पर आयुक्त बी.एल. सोनी ने गंभीरता से लेते हुए कॉलोनाइजर से भूमि बेचान संबंधी दस्तावेज मांगे तो प्लॉट बेचान की रजिस्ट्रियां प्रस्तुत की गई। इसमें गंगासिंह पुत्र कानसिंह की ओर से आवासीय भूखंड प्यारी देवी पत्नी पुखराज को बेचान करना दर्शाया गया।
इसके साथ गृहकर अभिलेख का स्वामित्व प्रमाण पत्र भी संलग्न पाया गया। इस दौरान नगरपरिषद के वर्ष 2010 के आवक-जावक रजिस्टर का अवलोकन करने पर रजिस्टर के क्रमांक न.6541 में गंगासिंह पुत्र नीनासिंह निवासी डोला डूंगरी का नाम दर्ज मिला। जबकि यह रजिस्ट्री गंगासिंह पुत्र कानसिंह की ओर से प्यारी देवी के पक्ष में बेचान करना पाया गया।
नगरपरिषद के आयुक्त बी.एल. सोनी ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया कि खसरा न.1431 पर पुखराज, रूपसिंह वगैरह ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्लॉट बेचान किए, जबकि उक्त भूमि नगरपालिका के खाते में दर्ज है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच डीएसपी नाजिम अली को सौंपी है।
यूं पकड़ में आया मामला
गडरा रोड पर खसरा न. 1431 के सामने कॉलोनी काटने का कार्य मशीनों के जरिए चल रहा था। जब कलेक्टर वीणा प्रधान गडरा रोड से गुजरी तो देखा कि सरकारी भूमि पर जेसीबी मशीनें व ट्रेक्टरों से कार्य चल रहा है। इसकी सूचना नगरपरिषद के आयुक्त को दी। इस पर आयुक्त ने परिषद के कर्मचारियों को मौके पर भेजकर मामले की जांच करवाई तो सरकारी भूमि पर कॉलोनी बसाने का मामला सामने आया। इस दौरान तुरंत काम रुकवा दिया गया।
आयुक्त ने जारी की एनओसी
खसरा न. 1431 की भूमि बेचान की रजिस्ट्री के लिए नगरपालिका से एनओसी जारी की गई। एनओसी पर नगरपालिका के तत्कालीन आयुक्त कालू खां के हस्ताक्षर हैं। ये हस्ताक्षर सही या फर्जी इसकी हकीकत तो जांच के बाद ही सामने आएगी। मगर फर्जी तरीके से जारी एनओसी को लेकर नगरपालिका प्रशासन की भूमिका भी संदेह के दायरे में आ गई है।
॥भूमाफियाओं ने खसरा न. 1431 पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कॉलोनी काटकर प्लॉट बेचान किए हैं। यह मामला सामने आने पर कूटरचित दस्तावेजों के जरिए प्लॉट बेचान करने वाले भूमाफिया के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया गया है। ञ्जञ्ज बी.एल. सोनी आयुक्त, नगरपरिषद बाड़मेर
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