रविवार, 29 जुलाई 2012

महिला कराहती रही बच्चे की हो गई मौत


महिला कराहती रही बच्चे की हो गई मौत
गुस्साए परिजनों ने सुबह दस बजे तक नहीं उठाया शव

बाड़मेर शनिवार को चौहटनउपखंड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के लिए आई महिला करीब दो घंटे तक दर्द से कराहती रही। अस्पताल स्टाफ द्वारा ध्यान नहीं देने से बच्चे की मौत हो गई। नाराज परिजनों ने अस्पताल से बच्चे का शव दस बजे तक नहीं उठाया। अस्पताल परिसर में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। आखिरकार एसडीएम राकेश कुमार चौधरी ने अस्पताल पहुंच कर लापरवाही बरतने वाली नर्स मीरा बैरवा को जिला मुख्यालय पर एपीओ कर दिया। उसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।

चौहटन निवासी प्रेमकुमार पुत्र मूलाराम दर्जी ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े चार बजे पत्नी सुमित्रा को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डिलेवरी के लिए ले जाया गया। इस दौरान अस्पताल में नर्स व कंपाउंडर उपस्थित नहीं थे। उसके बाद उन्होंने नर्स मीरा बैरवा को जाकर उठाया। नर्स ने कहा कि उसके पास ग्लब्स नहीं है और वह बिना देखे ही वापस कमरे में जाकर सो गई। परिजनों ने ब्लॉक सीएमओ को फोन किया तो उन्होंने एक कंपाउंडर को अस्पताल भेजा। शेष त्नपेज १६

उसने दर्द से कराह रही प्रसूता को इंजेक्शन लगाया। उसके थोड़ी बाद ही प्रसव पीड़ा ज्यादा होने पर परिजन फिर नर्स को बुलाने के लिए कमरे में गए, लेकिन उसने प्रसूता को देखने से मना कर दिया। उसके बाद परिजनों ने कंपाउंडर को डिलेवरी करवाने का आग्रह किया। कंपाउंडर शंकरलाल ने प्रसव पीड़ा से कराह रही सुमित्रा की डिलेवरी करवाई, लेकिन उस दौरान बच्चा मर चुका था जिससे परिजन आक्रोशित हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। परिजन डिलेवरी नहीं करवाने वाली नर्स को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए तथा शव उठाने से मना कर दिया। मामला बढऩे पर ब्लॉक सीएमओ शंभु राम गढ़वीर अस्पताल पहुंचे और परिजनों से समझाइश की लेकिन वे नहीं माने। इस पर एसडीएम राकेश कुमार चौधरी ने अस्पताल पहुंच लापरवाही बरतने वाली नर्स को तुरंत जिला मुख्यालय पर एपीओ करने के निर्देश ब्लॉक सीएमओ को दिए। इस पर परिजन शांत हुए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें