रविवार, 29 जुलाई 2012

राजस्थानी भाषा मान्यता को लेकर छात्राएं आगे आईं

राजस्थानी भाषा मान्यता को लेकर छात्राएं आगे आईं


बाड़मेर  मायड़ भाषा राजस्थानी को संविधान की आठवीं अनुसूची व राजस्थान टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में शामिल करने की मांग को लेकर शनिवार को एमबीसी गल्र्स कॉलेज में हस्ताक्षर अभियान का आयोजन हुआ। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के आनुषांगिक संगठन राजस्थानी मोटियार परिषद व राजस्थानी छात्र परिषद के बैनरतले आयोजित कार्यक्रम में कॉलेज छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर कैनवास पर दस्तखत कर मायड़ भाषा के प्रति समर्थन जाहिर किया। अभियान के दौरान छात्रा लीला लखारा, करिश्मा भाटी, लक्ष्मी बामनिया सहित कई छात्राओं ने राजस्थानी को मायड़ भाषा बताते हुए प्राथमिक स्तर से ही राजस्थानी भाषा में अध्ययन के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में राजस्थानी भाषा को स्थान देने की मांग को दोहराया। छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष अशोक सारला ने बताया कि अभियान के अगले चरण में गल्र्स कॉलेज में राजस्थानी भाषा विंग गठित की जाएगी। इस दौरान मोटियार परिषद के नगर अध्यक्ष रमेशसिंह इंदा, भूर चंद जांगिड़, तेजाराम हुड्डा, खेतदान भादरेस, जितेंद्र फुलवारिया सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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