गुरुवार, 26 जुलाई 2012

कॉलेज स्टूडेंट्स ने राजस्थानी के लिए दिखाया उत्साह

कॉलेज स्टूडेंट्स ने राजस्थानी के लिए दिखाया उत्साह


बाड़मेर  संवैधानिक मान्यता व अध्यापक पात्रता परीक्षा में राजस्थानी भाषा को शामिल किए जाने की मांग को लेकर अब आंदोलन स्कूल व कॉलेज कैंपस में पहुंच रहा है। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के निर्देशानुसार मोटियार परिषद व छात्र परिषद की ओर से बुधवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में हस्ताक्षर अभियान में स्टूडेंट्स ने समर्थन दिया।

राजस्थानी छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष अशोक सारला ने बताया कि मायड़ भाषा को मान्यता नहीं मिलने से थार के युवा को इसका खामियाजा प्रतियोगी परीक्षाओं में भुगतना पड़ रहा है। अब युवा वर्ग राजस्थानी को मान्यता दिलाने को लेकर गंभीर होकर आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। कैंपस में सुबह कक्षाएं शुरू होने के साथ ही कैनवास पर हस्ताक्षर करने को लेकर सभी फैकल्टी के छात्रों व व्याख्याताओं में होड़ सी रही।

समिति संभाग उप पाटवी चंदनसिंह भाटी ने राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए युवा वर्ग को आगे आने का आह्वान किया। मोटियार परिषद के नगर अध्यक्ष रमेशसिंह ईंदा ने आगामी छात्रसंघ चुनाव में राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन में भाग लेने वाले छात्रनेताओं का समर्थन करने की बात कही। इस दौरान समिति महासचिव विजय कुमार, छात्र परिषद तहसील संयोजक खेतदान भादरेस, सहसचिव गणेश भील, जितेंद्र फुलवारिया, दरेंद्र अणखिया, अवतारसिंह इंद्रोई, विक्रमसिंह कविया, राणसिंह आगोर, ललित भील सहित कई कार्यकर्ताओं ने आंदोलन की जानकारी छात्रशक्ति को दी।

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