नई दिल्ली. अन्ना हजारे ने एक बार फिर हुंकार भरी है। वे मजबूत लोकपाल की मांग लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर अनशन पर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि पहले लोकपाल पास होगा, तभी सरकार से बात होगी। अन्ना हजारे ने जंतर मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'आज किसके सामने यह लक्ष्य है कि इस देश का भविष्य बदलना है। सत्ता से पैसा, पैसे से सत्ता के चक्कर में सभी पार्टियां लगी हुई हैं। सत्ता दिल्ली-मुंबई में है, जनता के हाथों में नहीं। सत्ता का विकेंद्रीकरण करना होगा। ग्राम सभा को सबसे ज़्यादा ताकत देनी होगी। सिर्फ लोकपाल नहीं, समग्र परिवर्तन लाना है। लोकपाल तो लाना ही है। लोकपाल आ गया तो भ्रष्टाचार में 60-65 फीसदी की कमी आएगी।'
अन्ना हजारे के समर्थक बड़ी तादाद में इंडिया गेट पर रविवार शाम को जुट गए। उन्होंने वंदे मातरम के नारे लगाते हुए लोकपाल की मांग की।
प्रशांत भूषण के नेतृत्व में अन्ना समर्थक इंडिया गेट पहुंचे। इंडिया गेट पर अन्ना समर्थकों ने सांकेतिक रूप में भ्रष्टाचार में शामिल न होने की प्रतिज्ञा भी ली। इंडिया गेट पर थोड़ी देर रुकने के बाद अन्ना समर्थकों ने जंतर मंतर तक कैंडल मार्च किया। दूसरी तरफ, सरकार भी अन्ना के अनशन से परेशान होने लगी है। अन्ना के अनशन पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है, 'जब टीम अन्ना अनशन नहीं कर पा रही है तो अन्ना को तो उतरना ही पड़ेगा।'
प्रशांत भूषण के नेतृत्व में अन्ना समर्थक इंडिया गेट पहुंचे। इंडिया गेट पर अन्ना समर्थकों ने सांकेतिक रूप में भ्रष्टाचार में शामिल न होने की प्रतिज्ञा भी ली। इंडिया गेट पर थोड़ी देर रुकने के बाद अन्ना समर्थकों ने जंतर मंतर तक कैंडल मार्च किया। दूसरी तरफ, सरकार भी अन्ना के अनशन से परेशान होने लगी है। अन्ना के अनशन पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है, 'जब टीम अन्ना अनशन नहीं कर पा रही है तो अन्ना को तो उतरना ही पड़ेगा।'
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