गुरुवार, 5 जुलाई 2012

बेटियां होने पर घर से निकाला

बेटियां होने पर घर से निकाला




विवाहिता ने एडीएम व एएसपी से मिलकर की न्याय की गुहार

बाड़मेर जिले के सवाऊ पदमसिंह गांव की एक विवाहिता बुधवार को ससुराल वालों की प्रताडऩा से परेशान होकर एडीएम और एसपी के पास न्याय की गुहार लेकर पहुंची। विवाहिता के दो बेटियां है। विवाहिता ने आरोप लगाया कि बेटियां होने के कारण उसका पति व सास उसे परेशान करते हैं तथा उसके साथ मारपीट करते हैं।शहर में अपने पीहर रह रही कांता ने एडीएम अरुण पुरोहित व रामसिंह मीणा एएसपी के समक्ष पेश होकर न्याय दिलाने की मांग की। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि उसका विवाह फरवरी,२००८ में रूपकिशोर पुत्र जेठाराम शर्मा के साथ हुआ था, लेकिन शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष की ओर से उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाता रहा है। उसके दो पुत्रियां हैं। ससुराल पक्ष की ओर से पहली पुत्री के जन्म के बाद उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया था, जिस पर आपसी समझाइश पर १४ महीने बाद वापस ससुराल भेजा गया। वहीं जब दूसरी बेटी का जन्म हुआ तो पति, सास व ससुर ने उसके साथ फिर से मारपीट करना शुरू कर दिया। कांता ने बताया कि उसके पिता पेंशनभोगी है। दोनों बेटियों के भविष्य को देखते हुए उन्होंने पुलिस व प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग की।

बाड़मेर. एसपी ऑफिस के बाहर बेटियों के साथ पीडि़ता।

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