जोधपुर.छात्रहित से जुड़ी 11 मांगों को लेकर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के तीन छात्रनेता सोमवार को केंद्रीय कार्यालय में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गए। इन छात्रनेताओं का आरोप था कि छात्रहित से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर सभी छात्र संगठन एक हैं, लेकिन कुलपति प्रो. बीएस राजपुरोहित किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें नीचे उतारने के लिए करीब चार घंटे समझाइश का दौर चला। शाम करीब पांच बजे कुलपति वहां पहुंचे और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया, तभी वे नीचे उतरे।
सुबह 11 बजे केंद्रीय कार्यालय खुलते ही छात्रनेता वहां पहुंच गए और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, लेकिन कुलपति उनसे मिलने नहीं आए। करीब ढाई घंटे लगातार प्रदर्शन करने के बाद भी जब कुलपति नहीं पहुंचे तो किसान छात्रसंघ के राजूराम खोजा, एबीवीपी के भूपेंद्र सिंह व एसएफआई के बिशनाराम इनाणिया टावर पर चढ़ गए।
उन्होंने कहा कि जब तक कुलपति नहीं आएंगे, वे नीचे नहीं उतरेंगे। इस दौरान वहां फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस भी पहुंची। आखिर शाम करीब 5 बजे कुलपति मौके पर पहुंचे और मांगों के संबंध में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। उसके बाद तीनों छात्रनेता नीचे उतरे। कुलपति कक्ष में चर्चा के बाद काफी मांगें मान ली गईं। किसी से भी नहीं माने
दोपहर करीब डेढ़ बजे राजूराम के टावर पर चढ़ने के बाद भूपेन्द्र सिंह व विष्णु इनाणिया भी टावर पर चढ़ गए। इसके बाद पहले सिंडीकेट सदस्य, कुलसचिव निर्मला मीणा, डीन व डायरेक्टर्स और पुलिस अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। आखिर करीब 5 बजे कुलपति ने समझाइश की।
इसलिए चढ़े टावर पर
आरोप है कि छात्रनेता अनेक मांगों को लेकर पिछले एक माह से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी एक भी मांग पर विचार नहीं हुआ। राजूराम खोजा ने कहा कि चक्कर काट-काट कर परेशान होने के कारण यह कदम उठाना पड़ा।
यह निकला निष्कर्ष
कुलपति के आने के बाद छात्र नीचे उतरे। उनका मालाएं पहना कर स्वागत किया गया। इसके बाद वे कुलपति कार्यालय पहुंचे। वहां उनकी काफी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया गया। पुलिस ने पहुंचाया पानी
टावर पर चढ़ने के बाद इन छात्रनेताओं ने पानी मांगा तो कुछ छात्र पानी पहुंचाने के लिए टावर पर चढ़ने लगे। इस पर विजयनारायण पूनिया व महेंद्र नैण की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई। आखिर पुलिस अधिकारियों ने एक पुलिसकर्मी के साथ पानी की बोतल भेजी।
कुलपति को खरी-खोटी सुनाई
जेएनवीयू के कुलपति से मिलने पहुंचे छात्रनेताओं ने कुलपति प्रो. बीएस राजपुरोहित को खूब खरी-खोटी सुनाई। इन छात्रनेताओं ने कुलपति पर असफल रहने का आरोप लगाया।
ये छात्रनेता थे मौजूद
घटनास्थल पर किशन मेघवाल, पुनीत जांगू, विजय पूनिया, महादेव खदाव, अरविंद पुरोहित, गोरधन सियोल, चंद्रवीर सिंह बड़ला, विवेक गौड़, भाकरराम विश्नोई, कुश गहलोत, राव रिड़मल बाबल, महेंद्र नैण, महेश भादू, सुरेश डऊकिया, सुनील विश्नोई, श्रवणसिंह बारू, इंद्रा कुमारी, अनूप व्यास, भवानीसिंह कीरड़, नरेंद्रसिंह भाटी, दातारसिंह भाटी, भागीरथ जाखड़ व दयाल चौधरी मौजूद थे।
यूं चला घटनाक्रम
: दोपहर 1.35 : छात्र टावर पर चढ़े
: 2.15 : पुलिस ने टावर को घेरा
: 2.33 : कुलसचिव पहुंचीं
: 2.52 : प्रो. चैनाराम व निर्मला मीणा ने फोन पर खोजा से बात की
: 3.16 : टावर के पास बोतल भेजने के लिए धक्का-मुक्की
: 3.33 : पानी पहुंचाया
: शाम 4.08 : फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस पहुंची
: 4.35 : सिंडीकेट व डीन-डायरेक्टर्स कमेटी पहुंची
: 4.53 : कुलपति मौके पर पहुंचे
: 5.14 : छात्रनेता नीचे उतरे
ये हुए निर्णय
: ऑनलाइन व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।
: जिन स्टूडेंट्स की अंक तालिकाओं में गलती है, उन्हें शीघ्र सुधारा जाएगा।
: पुनर्मूल्यांकन फॉर्म जमा करवाने लिए बुधवार तक समय।
: पूरक परीक्षा के फॉर्म जमा करवाने का मौका दिया जाएगा।
: एमए प्रीवियस और फाइनल की प्रवेश सूची ऑनलाइन जारी कर दी गई।
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